584 को संवेदनशील माना गया है। इनमें सर्वाधिक 128 केंद्र पाटन में हैं। दुर्ग ग्रामीण में 77, शहर में 68 , भिलाई नगर में 56, वैशालीनगर में 102, अहिवारा में 96, साजा में 48 और बेमेतरा में 9 मतदान केंद्र शामिल हैं। इन केंद्रों में सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे।
जिले में 1443 मूल, 41 आदर्श, 9 संगवारी और 6 दिव्यांग मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव में इस बार 21 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं। इसलिए दो बैलेट यूनिट लगाई जाएगी। इस हिसाब से इन केंद्रों में 1499 कंट्रोल यूनिट और 2998 बैलेट यूनिट की जरूरत होगी। 10त्न इवीएम रिजर्व है।
जिले के 1443 मतदान केंद्रों में 6348 अधिकारी व कर्मचारी मतदान कराएंगे। इनमें पीठासीन अधिकारी व पी-वन, पी-टू और पी-थ्री को मिलाकर 5768 शामिल हैं। दस फीसदी के हिसाब से 580 कर्मचारियों को रिजर्व कोटे में रखा गया है। इसके अवाला 382 माइक्रो आब्जर्वर अलग हैं।
चुनाव में सशस्त्र बल और पुलिस के 3557 जवान सुरक्षा में तैनात रहेंगे। इनमें पैरामिलिट्री फोर्स के 2100 और राज्य सुरक्षा बल के 1457 जवान शामिल हैं। संवेदनशील मतदान केंद्रों में एक अफसर के साथ 6 सुरक्षा जवान तैनात किए जाएंगे। विशेष स्थिति के लिए रिजर्व में भी अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे।
मतदान केंद्रों तक सामग्री व दल पहुंचाने के लिए 262 रूट तय किए गए हैं। इन मार्गों से मतदान दल को पहुंचाने व वापस लाने का काम किया जाएगा। इसके लिए रूट का वेरीफिकेशन कर लिया गया है। पाटन में 43, दुर्ग ग्रामीण में 39, दुर्ग शहर में 34, भिलाई नगर में 31, वैशाली नगर में 42, अहिवार में 42 रूट बनाए गए हैं। शेष 31 रूट साजा व बेमेतरा के लिए हैं।
साजा व बेमेतरा में 1443 मतदान केंद्र बनाए हैं। 436 मूल व 7 सहायक केंद्र हैं। जहां मतदाता 1500 से ज्यादा है, वहां सहा.केंद्र बनाया है। पाटन में 241, दुर्ग ग्रामीण में 221, दुर्ग शहर में 208, भिलाई नगर में 163, वैशाली नगर में 237 मूल, अहिवारा में 252, साजा में 99 और बेमेतरा में 22 मतदान केंद्र हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी बीबी पंचभाई ने बताया कि मतदान सामग्री वितरण व दलों को केंद्रों तक पहुंचाने की पूरी तैयारी पहले की कर ली गई थी। आज सुबह 7 बजे सामग्री वितरण शुरू हुआ। इसके लिए कर्मियों को समय पर उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे। मतदान दलों से सुरक्षित केंद्रों में पहुंचाना पहली प्राथमिकता है।