पत्रिका के चेंजमेकर्स अभियान में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र पत्रिका के चेंजमेकर्स अभियान में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के चिकित्सालयों में चिकित्सकों और स्कूल, कॉलेज में शिक्षकों की कमी का मुद्दा उठाया। वालंटियर्स ने कहा कि जिस तरह से नगर पालिक निगम, विधानसभा या लोकसभा के निर्वाचित जनप्रतिनिधि का किसी कारणवश पद रिक्त हो जाता है तो निर्वाचन आयोग के नियम के मुताबिक रिक्त पदों की पूर्ति के लिए ६ महीने में चुनाव सुनिश्चित है। @Patrika.ताकि सदन में उस क्षेत्र के चुने गए जनतिनिधि की उपस्थिति रहे। लेकिन शासकीय चिकित्सालय, स्कूल, कॉलेज में रिक्त पदों की भर्ती के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। रिक्त पदों की भर्ती कब तक किया जाना है यह भी सुनिश्चित नहीं है। चिकित्सालयों में चिकित्सकों और स्कूल कॉलेज में शिक्षकों के रिक्त पदों की भर्ती के लिए एक निश्चित समय-सीमा तय की जानी चाहिए। @Patrika. जिससे शासकीय अस्पताल में पहुंचने वाले लोगों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। शिक्षकों की भर्ती से स्कूल, कॉलेज में अच्छी पढ़ाई होगी। छात्र-छात्राओं के ज्ञान में वृद्धि होगी। प्राध्यापकों की कमी की वजह से विद्यार्थी शार्टकट का रास्ता अपना रहे हैं।
बिल्डिंग है, लेकिन चिकित्सक नहींचर्चा में भवनों का मुद्दा भी उठाया। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत ९ विधानसभा क्षेत्र नवागढ़ मारो, बेमेतरा, साजा, अहिवारा, वैशाली नगर, भिलाई नगर, दुर्ग शहर, दुर्ग ग्रामीण और पाटन विधानसभा क्षेत्र के शासकीय अस्पतालों, स्कूलों और कॉलेज भवनों की स्थिति है, लेकिन भवनों के अच्छे होने से विकास नहीं होता।@Patrika. चिकित्सालयों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। स्कूल, कॉलेज में विषय विशेषज्ञ नहीं है।
इन्होंने रखी अपनी बात
दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के मुद्दों पर भाजपा के सुपेला मंडल अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन, वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र के चेंजमेकर्स अली हुसैन सिद्दिकी, सीपीआईएमएल लिबरेशन के सचिव ब्रृजेन्द्र तिवारी, भिलाई नगर विस क्षेत्र के चेंजमेकर गिरवर सिंह, ऐक्टू के महासचिव श्याम लाल साहू, सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप सोनकर, @Patrika. पार्षद रामानंद मौर्या ने राजनीतिक दलों के चुनाव चिन्ह के बदले प्रत्याशियों का फोटोग्राफ, नोटा का महत्व, युवाओं के लिए रोजगार, आरक्षण और मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी के मुद्दे पर अपनी बात रखी।