scriptVideo: देवस्नान पूर्णिमा पर 108 कलश के जल से खूब नहाए महाप्रभु जगन्नाथ और पड़ गए बीमार | Mahaprabhu Jagannath Pooja on Dev ishnan purnima | Patrika News

Video: देवस्नान पूर्णिमा पर 108 कलश के जल से खूब नहाए महाप्रभु जगन्नाथ और पड़ गए बीमार

locationभिलाईPublished: Jun 17, 2019 12:02:50 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

बारिश में अगर ज्यादा नहाया जाए तो इंसान तो क्या भगवान भी बीमार पड़ जाते हैं। महाप्रभु जगन्नाथ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। देवस्नान पूर्णिमा के मौके पर वे खूब नहाए और बीमार पड़ गए।

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Video: देवस्नान पूर्णिमा पर 108 कलश के जल से खूब नहाए महाप्रभु जगन्नाथ और पड़ गए बीमार

भिलाई. बारिश में अगर ज्यादा नहाया जाए तो इंसान तो क्या भगवान भी बीमार पड़ जाते हैं। महाप्रभु जगन्नाथ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। देवस्नान पूर्णिमा के मौके पर वे खूब नहाए और बीमार पड़ गए। देव स्नान पूर्णिमा पर सोमवार को भगवान जगन्नाथ, बलभ्रद एवं बहन सुभ्रदा को 108 कलश से स्नान कराया गया। स्नान से पहले पौड़ी की रस्म निभाते हुए भगवान जगन्नाथ को स्नान मंडप में लाकर उनकी पूजा-अर्चना की गई। शहर के सेक्टर 4 और सेक्टर 6 स्थित जगन्नाथ मंदिर में स्नान पूर्णिमा पर देव स्नान को देखने भक्तों की खासी भीड़ रही।
गाजे-बाजे के साथ आए स्नान मंडप में
देवस्नानपूर्णिमा पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ सहित बलभद्र, एवं सुभद्रा को बाजे-गाजेे के साथ श्रीमंदिर से स्नान मंडप तक लाया गया। जहां उन्हें पवित्र नदियों के जल, मधु, सुंगधित द्रव्य और अन्य चीजों से स्नान कराया गया। सेक्टर 6 मंदिर में इस अवसर पर अक्षयपात्र के हरेराम-हरे कृष्ण मूवमेंट से जुड़े लोगों ने हरिकीर्तन भी पेश किया। यह रस्में दोपहर तक चली।
स्नान के बाद भगवान जगन्नाथ को नए वस्त्र भी पहनाएं गए और उनकी आरती उतारी गई। सेक्टर 6 मंदिर में शाम को भजन-कीर्तन के साथ सुंदरकांड का पाठ भी किया गया। सेक्टर 4 मंदिर में भी विशेष पूजन के बाद भक्तों ने भजन-कीर्तन किया।
नहाकर पड़ेंगे बीमार
आषाढ़ लगते ही भगवान जगन्नाथ ने गर्मी से निजात पाने खूब स्नान किया। दिनभर वे श्रीमंदिर से बाहर स्नान मंडप में बैठे रहे। शाम की आरती के बाद वे बीमार पड़ जाएंगे। इसलिए आराम करने उन्हें मंदिर के गर्भगृह में रखने की बजाए अणसर गृह में उन्हें सुलाया जाएगा। इस दौरान उन्हें शाम को औषधियुक्त काढ़े का भोग भी जाएगा ताकि उनकी बीमारी ठीक हो।
उत्कल समाज के लोग रहे मौजूद
सेक्टर 6 मंदिर के पूजारी तुषार माहापात्र ने बताया कि 15 दिनों तक भगवान को अन्न प्रसाद की बजाए काढ़े का भोग लगाया जाएगा। इस पूरे उत्सव के दौरान सेक्टर 4 मंदिर जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष डॉ. मनोज मोहंती, महासचिव सत्यवान नायक कोषाध्यक्ष डी त्रिनाथ पात्रो, सहित समिति के पदाधिकारी बसंत प्रधान, अनाम नाहक, भीम स्वांई, एवं सेक्टर 6 मंदिर में पूजारी तुषार महापात्र, समिति के अध्यक्ष ललित पाणीग्राही, महासचिव गजेन्द्र पंडा, सुनील जैन, दीपक अग्रवाल, अशोक पंडा, रघुनंदन पंडा, अरूण पंडा, सहित उत्कल समाज के लोग मौजूद थे।
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