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होम आइसोलेशन में बड़ी लापरवाही, परिवार के बीच रह रहा था कोरोना पॉजिटिव मरीज, डाली कई लोगों की जान खतरे में

locationभिलाईPublished: May 31, 2020 02:29:20 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

काउंसलिंग के समय वह अधिकारियों को केवल दो व्यक्ति ही कमरे में रहने की जानकारी दी, लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि मुंबई से आया फुटकर कारोबारी परिवार के बीच में रह रहा है। (Coronavirus in chhattisgarh)

होम आइसोलेशन में बड़ी लापरवाही, परिवार के बीच रह रहा था कोरोना पॉजिटिव मरीज, डाली कई लोगों की जान खतरे में

होम आइसोलेशन में बड़ी लापरवाही, परिवार के बीच रह रहा था कोरोना पॉजिटिव मरीज, डाली कई लोगों की जान खतरे में

दुर्ग. होम आइसोलेशन में रहने वालों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। निगरानी करने वालों को भी नहीं मालूम कि संभावित अकेले रह रहा है या परिवार के बीच। 29 मई को शारदा पारा कैंप-2 भिलाई में मिले पॉजिटिव को भी स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन किया था। काउंसलिंग के समय वह अधिकारियों को केवल दो व्यक्ति ही कमरे में रहने की जानकारी दी, लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि मुंबई से आया फुटकर कारोबारी परिवार के बीच में रह रहा है।
एम्स से जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम दोपहर 2 बजे के बाद पॉजिटिव व्यक्ति को इलाज के लिए भर्ती कराने के उद्शेय से कैंप-2 पहुंची थी। पहले उसे अलग बैठाया गया और काउंसलिंग की। तब उसका कहना था कि वह ऊपर कमरे में अकेले रह रहा है और उसका चचेरा भाई नीचे कमरे में रह रहा है।
छह सदस्यों को भेजा क्वारंटाइन सेंटर
काउंसङ्क्षलग करने के बाद जब विभाग की टीम प्रथम माले में बने कमरे में पहुंची तो वहां परिवार था, जो पॉजिटिव व्यक्ति के रिश्तेदार थे। इसके बाद सभी 6 सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया। खास बात यह है कि प्राइमरी कांटेक्ट में आए व्यक्तियों का सैंपल लेना अनिवार्य है, लेकिन शनिवार को भी सैंपल नहीं लिए गए। रात 9 बजे तक विभाग के लैब टैक्नोलॉजिस्ट क्वारंटाइन सेंटर सैंपल कलेक्ट करने नहीं पहुंचे थे।
जिले में होगा कोविड मरीजों का उपचार
अब कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उनका इलाज जुनवानी स्थित शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। यहां पर 113 बिस्तर वाले अस्पताल को विधिवत शुरू किया गया। अभी जनरल वार्ड और एचडीयू वार्ड ही संचालित होंगे। आवश्यकता पडऩे पर आईसीयू को खोला जाएगा।
ट्रक चालक का मोबाइल बंद
पॉजिटिव आए व्यक्ति ने खुलासा किया है कि वह मुबंई से ट्रक से पहुंचा है। ट्रक चालक का पता भी बताया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम को अब तक ट्रक चालक नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक घर पर नहीं है। उसका मोबाइल भी बंद है।
कोविड हॉस्पिटल की जिम्मेदारी इन पर
नियंत्रक अधिकारी-डॉ. संकल्प द्विवेदी डीन मेडिकल कॉलेज, डॉ. पीबाल किशोर
प्रभारी अधिकारी-डॉ. केडी तिवारी, डॉ. अशोक गणवीर
प्रबंधक-डॉ. नेहा राजपूत, सहयोगी अनिश वासुदेवन
फॉर्मासिस्ट-संदीप वाहने, कुसुम अरक रे
लेब टेक्िनिशयन- कल्पना किरण, नवनीत कुमार
लाण्ड्री प्रभारी-जेके सबजई
डॉयटिशियन- सपना शर्मा
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