काउंसङ्क्षलग करने के बाद जब विभाग की टीम प्रथम माले में बने कमरे में पहुंची तो वहां परिवार था, जो पॉजिटिव व्यक्ति के रिश्तेदार थे। इसके बाद सभी 6 सदस्यों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया। खास बात यह है कि प्राइमरी कांटेक्ट में आए व्यक्तियों का सैंपल लेना अनिवार्य है, लेकिन शनिवार को भी सैंपल नहीं लिए गए। रात 9 बजे तक विभाग के लैब टैक्नोलॉजिस्ट क्वारंटाइन सेंटर सैंपल कलेक्ट करने नहीं पहुंचे थे।
अब कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उनका इलाज जुनवानी स्थित शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा। यहां पर 113 बिस्तर वाले अस्पताल को विधिवत शुरू किया गया। अभी जनरल वार्ड और एचडीयू वार्ड ही संचालित होंगे। आवश्यकता पडऩे पर आईसीयू को खोला जाएगा।
पॉजिटिव आए व्यक्ति ने खुलासा किया है कि वह मुबंई से ट्रक से पहुंचा है। ट्रक चालक का पता भी बताया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम को अब तक ट्रक चालक नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक घर पर नहीं है। उसका मोबाइल भी बंद है।
नियंत्रक अधिकारी-डॉ. संकल्प द्विवेदी डीन मेडिकल कॉलेज, डॉ. पीबाल किशोर
प्रभारी अधिकारी-डॉ. केडी तिवारी, डॉ. अशोक गणवीर
प्रबंधक-डॉ. नेहा राजपूत, सहयोगी अनिश वासुदेवन
फॉर्मासिस्ट-संदीप वाहने, कुसुम अरक रे
लेब टेक्िनिशयन- कल्पना किरण, नवनीत कुमार
लाण्ड्री प्रभारी-जेके सबजई
डॉयटिशियन- सपना शर्मा