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कोरोना खौफ में BSP कर्मी, अचानक काम छोडऩे से हड़बड़ाए प्रबंधन ने लिए चार अहम फैसले, महिला कर्मियों को दी वर्क एट होम की छूट

locationभिलाईPublished: Mar 28, 2020 02:05:23 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

ब्लास्ट फर्नेस 6 एवं 7, कोक ओवन बैटरी 3 एवं 5 को बंद कर हॉट रिजर्व में रखने का निर्णय लिया गया। प्लेट मिल, वायर राड मिल, मर्चेंट मिल, बीबीएम, एसएमएस-1, को बंद किया जाएगा। (Bhilai steel plant)

कोरोना खौफ में BSP कर्मी, अचानक काम छोडऩे से हड़बड़ाए प्रबंधन ने लिए चार अहम फैसले, महिला कर्मियों को दी वर्क एट होम की छूट

कोरोना खौफ में BSP कर्मी, अचानक काम छोडऩे से हड़बड़ाए प्रबंधन ने लिए चार अहम फैसले, महिला कर्मियों को दी वर्क एट होम की छूट

भिलाई . कोरोना वायरस के संक्रमण (Coronavirus in chhattisgarh) के भय से अचानक काम छोड़कर कर्मियों के घर लौट जाने से भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन हड़बड़ा गया। कर्मियों के बीच बढ़ते रोष और यूनियन द्वारा लगातार योजना बनाकर लॉक डाउन की मांग को देखते हुए प्रबंधन ने सीटू नेताओं को बुलाकर सहयोग की अपील की। इसके बाद उच्च प्रबंधन ने तत्काल लॉक डाउन की योजना बनाई और कई बड़े फैसले लिए। संयंत्र के भीतर कार्य करने वाली सभी महिला कर्मियों को 14 अप्रैल तक घर से रहकर कार्य करने की सुविधा दी गई है। ब्लास्ट फर्नेस 6 एवं 7, कोक ओवन बैटरी 3 एवं 5 को बंद कर हॉट रिजर्व में रखने का निर्णय लिया गया। प्लेट मिल, वायर राड मिल, मर्चेंट मिल, बीबीएम, एसएमएस-1, को बंद किया जाएगा।
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तीन पालियों मेंहोगा काम
बीआरएम के कुछ नई इकाइयों को ट्रायल के तौर पर सामान्य पाली में चलाया जाएगा। प्रबंधन ने रेल मिल और यूआरएम में उत्पादन को कम क्षमता के साथ जारी रखने की बात कही। इस पर सीटू ने स्पष्ट कहा कि कर्मियों की सहमति के बिना ऐसा न किया जाए। संयंत्र में इस समय लगभग 18 हजार नियमित कर्मचारी हैं। उत्पादन को कम करने के पश्चात तीनों पालियों में मात्र 3100 कर्मियों की आवश्यकता होगी। अर्थात प्रत्येक पाली में लगभग 1000 कर्मी ही पूरे संयंत्र में रहेंगे। प्रबंधन और सीटू नेताओं के बीच बातचीत में प्रबंधन की ओर से मुख्य कार्यपालक निदेशक अनिर्बन दासगुप्ता, अधिशासी निदेशक कार्मिक एसके दुबे तथा अधिशासी निदेशक संकार्य बीपी सिंह व यूनियन की ओर से सविता मालवीय, एसपी डे, अशोक खातरकर एवं डीवीएस रेड्डी उपस्थित थे।
कार्य स्थल को डीप सैनिटाइज्ड किया जाएगा
प्रबंधन ने यूनियन को यह भी भरोसा दिलाया कि जहां-जहां कर्मी कार्य करते हैं उन कार्य स्थलों को प्रतिदिन डीप सैनिटाइज्ड किया जाएगा। इसके लिए डीप सैनिटाइजिंग उपकरण भी मंगा लिए गए हैं। इसके लिए नियुक्त कर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। सभी कर्मियों को मास्क उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन ने आश्वासन दिया है।
ठेका कर्मियों के साथ नहीं होगा कोई भेदभाव
सीटू की मांग पर प्रबंधन ने स्पष्ट कहा कि ठेका कर्मियों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। उन्हें भी स्थाई कर्मियों की तरह सुरक्षा के तमाम उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। सीटू नेताओं ने मांग की कि प्रबंधन कार्य पर बुलाए जाने वाले कर्मियों को विशेष ड्यूटी पास उपलब्ध कराएं और प्रशासन उसी पास को देखकर कर्मियों को ड्यूटी जाने दें।
लॉक डाउन का अर्थ तालाबंदी नहीं है – सीटू
लॉक डाउन प्लान बनाकर उसे लागू करने की मांग को लेकर सीटू ने प्रबंधन पर फिर दबाव बनाया। सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन ने 22 मार्च को ही निदेशक कार्मिक सेल से मांग की थी कि सेल की इकाइयों को स्केलेटन मैनपॉवर से चलाने की योजना बनाई जाए ताकि कर्मियों की जान की सुरक्षा के साथ-साथ उपकरणों की भी रक्षा की जा सके।
पाली व्यवस्था में भी होगा परिवर्तन
अस्थायी तौर पर प्रथम पाली सुुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक, द्वितीय पाली दोपहर 3 से रात 11 बजे तक तथा रात्रि पाली रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक होगा ताकि कर्मी अपने भोजन एवं नाश्ता की व्यवस्था घर से कर सके ।
प्रबंधन के चार अहम फैसले
1. प्लेट मिल, वायर राड मिल, मर्चेंट मिल, बीबीएम, एसएमएस-1 बंद।
2. ब्लास्ट फर्नेस 6 एवं 7, कोक ओवन बैटरी 3 व 5 हॉट
रिजर्व में।
3. रेल मिल और यूआरएम में कम क्षमता के साथ जारी रहेगा उत्पादन।
4. बीएसपी की महिला कर्मचारी घर से ही करेंगी काम।

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