अंतिम संस्कार कार्यक्रम में वे लोग शामिल हुए जो पश्चिम बंगाल परगना निवासी 36 वर्षीय मृतक के साथ थे और वर्तमान में वे सेक्टर 4 क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने उन्हें अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति दी थी। उन्हें पहले पीपीई किट पहनाया गया। इसके बाद क्वारंटाइन सेंटर से विशेष एंबुलेंस से कब्रिस्तान पहुंचाया गया। नगर पालिक निगम के कर्मचारियों ने पहले शव को दफनाने से पहले और बाद में पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया। इसके बाद ही सभी लोग वहां से लौटे।
स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के चचेरे भाई और तीन सहयोगियों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा है। सभी का स्वाब सैंपल लेकर एम्स भेजा गया है। चारों का रिपोर्ट नहीं आई है। क्वारंटाइन सेंटर प्रभारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि अंतिम संस्कार से लौटने के बाद चारों का पीपीई किट नष्ट किया गया। साथ ही पूरे सेंटर को सैनिटाइज भी किया गया। अंतिम संस्कार में छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर, नायब तहसीलदार योगेन्द्र वर्मा के अलावा टीआई विनय सिंह, प्रधान आरक्षक चेतन साहू, आरक्षक राजेन्द्र यादव, चंद्रशेखर चंदेल उपस्थित थे। कफन दफन करने में आरक्षक जुनैद सिद्धकी की भूमिका महत्वपूर्ण रही।