पीडि़त ने पुलिस को बताया कि 10 मई को एंजेसी प्रतिनिधि से बात की। प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि वॉलेट पूरी तरह से खाली है। 1.30 लाख की रकम को विदेश टर्की के होटल बुकिंग में खत्म कर दिया गया है। चार लोगों की बुकिंग की है। जबकि पीडि़त ने होटल की बुकिंग नहीं की थी। जिस नाम से टिकट बुकिंग की जानकारी दी जा रही है उसको जानता तक नहीं है। पीडि़त ने बताया कि 1 लाख 30 हजार रुपए अब गबन कर गुमराह किया जा रहा है। पीडि़त की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले को जांच में लिया है। वहीं ऑनलाइन ठगी के इस केस को सुलझाने के लिए साइबर टीम को भी एक्टिव कर दिया गया है।