पुलिस ने आरोपियों से जब पूछताछ की तो बताया कि काम से लौटते वक्त कबूतर की आवाज सुनी। तभी उसे चोरी करने का प्लान बनाया। चोरी की नियत से दीवार के सहारे छत के ऊपर चढ़ गए। फिर कबूतरों के दबड़े से दो दर्जन कबूतरों पर हाथ साफ कर दिया। आरोपियों की मानें तो उन्होंने सिर्फ 15 कबूतर की चोरी किए थे। कबूतर मालिक चोरी गए कबूतरों की संख्या के बारे में पुलिस को गलत जानकारी दी है।
बता दें कि चोरी की घटना शनिवार अल सुबह सुपेला कांट्रेक्टर कालोनी की थी। यहां के निवासी हरेराम प्रसाद के घर से चोरों ने कबूतरों की चोरी कर ली थी।
सुपेला थाना पुलिस ने बताया कि चोरी करने वाले आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं। फुटेज में दिखाई दे रहा है कि बाइक में सवार होकर ६ आरोपी मकान के पास पहुंचे और मंदिर के रास्ते छत पर चढ़ गए। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया। छत पर तीन आरोपी चढ़े और तीन नीचे निगरानी कर रहे थे। फुटेज के कारण आरोपियों को पकडऩे में पुलिस को मदद मिली।
वारदात के थाना क्षेत्र सुपेला पुलिस ने कबूतर चोरी के बाद टीम का गठन किया। इसमें आरक्षक विकास सिंह, अमित सिंह, आशीष प्रसाद और अजय गहलोत की टीम लगी हुई थी। रविवार सुबह उन्हें मुखबिर से सूचना मिली और तीनों को पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।