भिलाई

आम आदमी की क्या हैसियत यहां तो मंत्री को भी आधार कार्ड की गलती सुधरवाने लगाने पड़े चक्कर

आधार कार्ड में गलती सुधरवाने आम आदमी तो क्या छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री को भी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ.शिव डहरिया को सरनेम में गलती सुधार के लिए दो बार आवेदन करना पड़ा।

भिलाईMar 19, 2019 / 11:27 am

Satya Narayan Shukla

आम आदमी की क्या हैसियत यहां तो मंत्री को भी आधार कार्ड की गलती सुधरवाने लगाने पड़े चक्कर

भिलाई@Patrika. आधार कार्ड में गलती सुधरवाने आम आदमी तो क्या छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री को भी परेशानी से जूझना पड़ रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ.शिव डहरिया को सरनेम में गलती सुधार के लिए दो बार आवेदन करना पड़ा। रीजनल सेंटर के अधिकारियों ने संज्ञान में लिया तब कहीं जाकर मंत्री के सरनेम में सुधार हुआ है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आधार कार्ड की गलती सुधरवाने के लिए लोगों को कितनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा होगा। लोग सुबह से शाम तक नामांकन केन्द्र के बाहर कतार में खड़े रहते हैं। शुल्क देकर गलती सुधरवाने आवेदन भी करते हैं। बावजूद लोगों के आधार भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूएडीएआई) के टेक सेंटर से जानकारी अपडेट नहीं हो रही है।
मंत्री के सरनेम में मात्रागत त्रुटि
नगरीय प्रशासन मंत्री के सरनेम में मात्रागत त्रुटि थी। आधार कार्ड में डहरिया की जगह डहेरिया लिखा हुआ था। उसे सुधारवाने के लिए दो बार अपडेट कराया। जब अपडेट नहीं हुआ तो क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों ने अपडेट किया। @Patrika. इसी वजह से नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के वेबसाइट में शुरुआत में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहेरिया लिखा हुआ था, जिसे बाद में सुधार किया गया।
50 फीसद आवेदन त्रुटि सुधार के

नगर पालिक निगम भिलाई के नामांकन केन्द्र में रोजाना १२५ लोगों को टोकन दिया जाता है। जिसमें से ५० फीसदी आवेदन बच्चों के न्यू आधार रजिस्ट्रेशन का होता है। ५० फीसद आवेदन त्रुटि सुधार के होते हैं। इसमे से १०-१५ ऐसे लोग होते हैं जो दूसरी या तीसरी बार सुधार के लिए पहुंचते हैं।
इसलिए जरूरी हो गया है आधार
शासकीय कार्यों में आधार कार्ड काफी उपयोगी हो गया है। दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड पर निर्भरता भी काफी बढ़ गई है। बैंक अकाउंट, पैन कार्ड, गैस की सब्सिडी, राशन कार्ड, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के स्मार्ट कार्ड, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, जमीन की रजिस्ट्री, स्कूल-कॉलेज में स्कॉलरशिप सहित ऐसे कई कार्य हैं। जहां आधार से लिंक करवाना अनिवार्य हो गया है। @Patrika.आधार के बगैर बैंक अकाउंट खोलना मुश्किल है। पैन कार्ड तो बनता ही नहीं है। बैंक या पैन कार्ड बनवाने के लिए इन दस्तावेजों में दी गई जानकारी आधार से मिलान (एक समान) भी होना चाहिए। यदि आपकी जानकारी आधार से मेल नहीं खाती है तो उसे लिंक करवाना संभव नहीं है।
 

केस-१- मरोदा निवासी हितेन्द्र जन्म तिथि में सुधार के लिए तीन बार आवेदन दे चुके हैं। बावजूद आधार कार्ड में जन्मतिथि अपडेट नहीं हुआ। उनका कहना है अंकसूची में उनका जन्मतिथि ५/६ .. है, लेकिन आधार कार्ड में ६/५ हो गया है। @Patrika. इसे सुधरवाने के लिए वह दो बार नामांकन केन्द्र में आवेदन कर चुका है। सोमवार को उन्होंने तीसरी बार नगर पालिक निगम भिलाई के जोन कार्यालय-तीन में फिर से आवेदन किया।
केस-२- कैंप-२ निवासी नायरा बानो के नाम में मात्रा की त्रुटि है। वह भी दो बार आवेदन कर चुकी है। आधार अपडेट नहीं हुआ है। उन्होंने तीसरी बार आधार अपडेट कराने के लिए आवेदन दिया।@Patrika.
केस-३- मॉडल टाउन निवासी ताराचंद गलती सुधार के लिए चार बार आवेदन कर चुके हैं, लेकिन जानकारी अपडेट नहीं हुई। उनके नाम के बीच में स्पेस है। इसके कारण पासपोर्ट और पैन लिंक नहीं हुआ है।
आधार स्थानीय शासन से संबंधित नहीं

एसके सुंदरानी, निगम आयुक्त ने बताया कि आधार स्थानीय शासन से संबंधित नहीं है। इसलिए लोगों को अपग्रेडेशन में कहां पर क्या दिक्कत हो रही है, हमें जानकारी नहीं है। @Patrika.लोगों को परेशानी हो रही है तो उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।
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