पत्रिका ने 9 फरवरी शनिवार के अंक में संदेही में एक पुलिसवाला होने की भी आशंका जताई थी जो सच निकली। रिश्तेदार, पड़ोसी, दोस्त, कारोबारी के बाद अब पुलिस अपनी ही बिरादरी के एक जवान से पूछताछ कर रही थी। सूरज ने 29 जनवरी को आरोपी की पत्नी को छह हजार कीमत का मोबाइल गिफ्ट किया था। उसने वारदात के ही दिन 29 जनवरी को सुबह 11 बजे अपने चालक को मोबाइल शॉप भेजकर मंगवाया था।
सूरज के जान-पहचान, दोस्त, रिश्तेदार और कारोबारी संबंध रखने वाले करीब 300 लोगों से पूछताछ करने के बाद 25 संदेही नजर में आए। उनमें से पहले ५ लोगों पर पुलिस का शक गहराया जिसमें आरोपी भी शामिल था। पुलिस चार दिन से दावा कर रही थी कि हत्यारे उनके गिरफ्त में आ चुका है, लेकिन जुर्म स्वीकार नहीं करने के कारण कुछ भी कहने से बच रही थी।
दो दिन तफ्तीश के बाद भी जब पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा तो पुलिस अधीक्षक प्रखर पांडेय ने सूचना देने वाले को पांच हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की थी। कारोबारी प्रतिस्पर्धी, रिश्तेदार और अन्य जान पहचान वालों से जब पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा तो सूरज से प्रेम संबंध रखने वालों के बार में पड़ताल की। वारदात के कुछ घंटे पहले हत्यारे को सूरज के साथ उसके घर के सामने बातचीत करते देखा गया था, इसलिए पुलिस का शक और गहरा गया।
आरोपी से कई दफे पूछताछ की, लेकिन वह जुर्म स्वीकार नहीं किया। आखिर में शनिवार को उसकी पत्नी को थाने में बुलाकार पूछताछ की तब आरोपी टूट गया और सच उगल दिया। आईजी दुुर्ग रेंज रतन लाल डांगी ने बताया कि हत्या के आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। रविवार को मामले का खुलासा किया जाएगा।
मारने के इरादे से आरोप थोड़ी ही देर बाद सूरज से मिलने उसके घर पहुंच गया। दोनों घर के बाहर बात करते काफी देर खड़े भी रहे। मोहल्ले की ही एक युवती ने भी सूरज और आरोपी को साथ देखा था। इस दौरान सूरज के घर नौकरानी साफ सफाई कर रही थी। दोपहर लगभग 1.55 बजे वह काम करके चली गई। इसके बाद आरोपी अपने घर और सूरज अपने घर के भीतर चल गया।
आरोपी अपने घर आ गया। उसने सूरज को 2.23 बजे फोन किया और किसी बहाने दोबारा उससे मिलने घर गया। वह मारने के इरादे से पीछे कमर में राड छुपा रखा था और मौके के ताक में था। सूरज गिलास में पानी डाल रहा था तभी मौका पाकर आरोपी ने लोहे की राड सिर पर जोदार प्रहार कर दिया। एक ही वार में सूरज ढेर हो गया।