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सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल ने कॉलेज बिल्डिंग में फांसी लगाकर की आत्महत्या, कुलपति ने किया था विवि तलब

locationभिलाईPublished: Oct 28, 2021 01:24:18 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

दुर्ग जिले के सरकारी नागरिक कल्याण कॉलेज नंदिनी अहिवारा के प्राचार्य ने पुराने कॉलेज बिल्डिंग के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

भिलाई. दुर्ग जिले के सरकारी नागरिक कल्याण कॉलेज नंदिनी अहिवारा के प्राचार्य ने पुराने कॉलेज बिल्डिंग के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गुरुवार सुबह लगभग 8 से 9.30 बजे के बीच की है। मृतक प्राचार्य भुनेश्वर नायक उम्र 60 वर्ष की पंखे के हुक में लाश लटकते देख वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद नंदिनी थाना टीआई लक्ष्मण कुमेटी मौके पर पहुंचे और शव को फंदे से नीचे उतारा। टीआई ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। मृतक प्रिंसिपल आज सुबह परिजनों को कॉलेज जाने की बात कहकर घर से निकले थे।
कुलपति के निरीक्षण के बाद से थे टेंशन में
प्रिंसिपल के घर वालों ने आरोप लगाया कि एक सप्ताह पहले कुलपति के निरीक्षण के बाद से मृतक टेंशन में थे। वहीं हेमचंद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने मृत प्रिंसिपल को अव्यवस्थाओं से नाराज होकर विश्वविद्यालय तलब किया था। बतां दें कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने एक सप्ताह पहले तीन सरकारी कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया। इनमें शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी अहिवारा, जामुल और इंदिरा गांधी पीजी महाविद्यालय वैशाली नगर शामिल थे।
नाराज हो गई थी कुलपति
नंदिनी महाविद्यालय में भारी अव्यवस्था को देखकर कुलपति ने नाराजगी व्यक्त की। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नायक के कक्ष में ताला देखकर जब कुलपति ने उनके विषय में महाविद्यालयीन स्टॉफ से पूछा तो उन्हें बताया गया कि प्राचार्य किसी कार्य से दुर्ग गए हैं और प्राचार्य कक्ष की चाबी उपलब्ध नहीं है।
नौ स्टाफ बिना जानकारी गैरहाजिर
नंदिनी महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन परिसर में विचरण करते छात्र-छात्राओं से जब कुलपति ने स्वयं चर्चा की तो सभी विद्यार्थियों ने एक स्वर में नियमित कक्षाएं संचालित न होने की शिकायत की। महाविद्यालय के स्टॉफ में 9 अधिकारी-कर्मचारी बिना आवेदन पत्र के अनुपस्थित मिले। ये सब देखकर कुलपति ने प्राचार्य को विश्वविद्यालय में तलब किया। कुलपति ने कहा अब प्राचार्य से सीधे विश्वविद्यालय में ही बात की जाएगी।
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