एचटी लाइन के नीचे से झुककर बाउंड्रीवाल में सुखा रहे कपड़ा
नंदइया पारा में जिस छत पर मासूम साइकिल की चैन पकड़कर खेलते हुए चढ़ा, उस छत में एचटी लाइन इतने हाइट पर है कि छोटे से बालक के हाथ में मौजूद चैन हाथ घुमाते ही उस तार पर जाकर लगी। इसके बाद उस बालक की हालत करंट लगने से इतनी खराब हो गई कि उसे चिकित्सक भी बचा नहीं सके। घर में रहने वाले सदस्य इस छत के बाउंड्रीवाल में कपड़ा सुखाने जाते थे, उनका कहना है कि एचटी लाइन के नीचे से झुककर वे बाउंड्रीवाल में कपड़ा अब तक सुखा रहे थे। इस बात से बेखबर थे कि यह लाइन साधारण नहीं एचटी लाइन है।
छत पर बनवाया दूसरी दीवार
घटना के बाद जिस घर के छत पर यह हादसा हुआ उसने दूसरा बाउंड्रीवाल बनवा दिया है। जिससे छत का आधा हिस्सा जहां से एचटी लाइन गुजरी है। वहां तक कोई पहुंच न सके। यह एक छत का मामला है वह भी हादसे के बाद। यह लाइन सैकड़ों परिवार के छत से होकर गुजर रही है। उन घरों में रहने वालों की जिंदगी अब खतरे में आ गई है।
टूट रहे झोपड़े, मोर जमीन मोर घर हो रहे तैयार
हथखोज जाने वाली सड़क और नंदिनी रोड के बीच दशकों से यह दोनों एचटी लाइन दौड़ रही है। इसके नीचे सैकड़ों झोपड़ी उस वक्त से बनी हुई है। अब बड़ी संख्या में लोग छत्तीसगढ़ सरकार की मोर जमीन मोर घर व प्रधानमंत्री योजना के तहत झोपड़ों को तोड़ मकान बनाना शुरू किए हैं। पक्का मकान बनाने के बाद छत में पहुंचते ही एचटी लाइन से उनका सामना हो रहा है, जो जमीन से महज 15 से 20 फीट उपर से गुजर रही है।
शिफ्ट करने की है जरूरत
नंदइया पारा, मिनी माता नगर समेत अन्य मोहल्ले से होकर गुजरने वाली हाइटेंशन लाइन का एक पोल दूसरे पोल से काफी दूर है। जिसकी वजह से एचटी लाइन के तार बीच में नीचे आते जा रहे हैं। बारिश के दिनों में घरों के करीब एचटी लाइन होने से बड़ा हादसा हो सकता है। इससे बचने के लिए अगर बिजली पोल को उपर करते हैं तो खतरा कम होगा, पर बना रहेगा। बेहतर होगा कि इसे दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया जाए। इस संबंध में 2018 के पहले प्रपोजल गया हुआ है, जिस पर अमलीजामा पहनाना शेष है।
दुनिया से चला गया कलेजे का टुकड़ा
देहुती मानिकपुरी, मृतक की मां, निवासी नंदइया पारा, खुर्सीपार ने बताया कि एचटी लाइन छत में इतने नीचे से गुजर रही थी कि 6 साल का बच्चा उसकी जद में आ गया। कलेजे से लगाकर उसे पाला था, उसके जाने के बाद सबकुछ सूना-सूना लगता है।
ऐसा किसी और परिवार के साथ न हो
सी दास मानिकपुरी, मृतक के पिता ने बताया कि मेरे बेटे की मौत जिस तरह से एचटी लाइन की वजह से हो गई है। वैसा किसी और परिवार के साथ न हो। इस लिए बेहतर है कि यहां से इस लाइन को शिफ्ट कर दिया जाए।
शासन की योजना के तहत पैसा लेकर बना रहे मकान
नरेश सागरवंशी, निवासी, नंदइया पारा, खुर्सीपार ने बताया कि शासन की योजना के तहत सारे लोगों ने आवेदन किया है। कच्चे मकान से छुटकारा पाने पक्का मकान बना रहे हैं। पक्का मकान बनाने के बाद छत पर देखने से हाइटेंशन लाइन गुजर रही है। आज नहीं तो कल इससे और घटना होगी ही।
हादसे की जानकारी नहीं
शिव हरे, एई, सीएसईबी, खुर्सीपार, ने बताया कि एचटी लाइन की जद में आने से नंदइया पारा, खुर्सीपार में रहने वाले एक बालक की मौत होने की जानकारी नहीं है। एचटी लाइन का हाइट बढ़ाने प्रयास किया जाएगा, अगर मौके पर बिजली पोल लगाने के लायक जगह बची होगी तो।