नेशनल हाईवे लोक निर्माण विभाग रायपुर जोन ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक- 53 (पुराना राष्ट्रीय राजमार्ग- 6) के किमी 281 से किमी 307.600 कुल लगभग 26 किमी में रायपुर-दुर्ग फोरलेन के बीच लेन के जंक्शन सहित क्रैैस्ट का सुधारऔर सुदृढ़ीकरण कार्य का ठेका ईपीसी ठेकेदार लताला कंस्ट्रक्शन कंपनी जयपुर को दिया है। 33 करोड़ 59 लाख 98 हजार 400 रुपए का यह ठेका जनवरी 2021 मे हुआ था। नियुक्ति तारीख से 270 दिनों (अर्थात 9 महीने) की पूर्णता अवधि है। इस तरह ठेका की अवधि 30 सितंबर को समाप्त हो चुकी है।
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर केके पिपरी की ओर से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि काम शुरू नहीं करने पर अनुबंध के खंड 23.1 (आई) (सी) और 23.1 (आई) (ई) के तहत ठेका कंपनी लताला को टेंडर अवधि में ही नोटिस जारी किया गया था। बावजूद कंपनी चूक को ठीक करने में विफल रही और साइट को रखरखाव के बिना रखा। सड़क उपयोगकर्ताओं, स्थानीय प्रशासन और निवासियों को होने वाली असुविधा के कारण प्राधिकरण को बार-बार शिकायतों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
पीडब्ल्यूडी की ओर से नियमित रूप से ठेकेदार को रखरखाव व निष्पादन के लिए काम शुरू करने और साइट पर आवश्यक जनशक्ति और मशीनरी जल्द से जल्द जुटाने के लिए कहा गया। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद, कंपनी ने काम शुरू करने में आज तक कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। सेवा के मानक को बनाए रखने में भी पूरी तरह से विफल रही है। अनुबंध के नियमों और शर्तों के अनुसार संबंधित परियोजना के लिए आवश्यक काम को समय पर पूरा करना भूल गई है।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि हॉटमिक्स प्लांट आज की स्थिति में भी काम करने की लायक नहीं है। साथ ही स्थापित प्लांट तक पहुंचना मुश्किल है और प्लांट साइट पर सामग्री भी उपलब्ध नहीं है। पीडब्ल्यूडी ने नोटिस के साथ खुद संयंत्र स्थल और सड़क की मौजूदा स्थिति की तस्वीरें संलग्न की है।
नोटिस में कहा गया है कि ठेकेदार की उपरोक्त कार्रवाई गैर-संविदात्मक और गैर-प्रतिक्रियात्मक है। तीन दिनों के भीतर संबंधित परियोजना का काम शुरू करने का अंतिम मौका देना पर्याप्त है। इसके विफल होने पर अनुबंध के तहत प्राधिकरण, अपने नुकसान की भरपाई सहित सुरक्षा निधि भी जब्त कर लेगा। अब तक रखरखाव के खिलाफ किए गए खर्च की वसूली भी ठेका कंपनी से ही की जाएगी।
अधीक्षण अभियंता, एनएच रायपुर ने 11 अक्टूबर 2021 को कंपनी के डिजाइन निदेशक के साथ एक बैठक रखी थी, जिसमें काम शुरू और पूरा करने की योजना पर चर्चा और रूपरेखा तैयार की जानी थी। इस बैठक में भी कंपनी के जिम्मेदार अनुपस्थित रहे। फील्ड इंजीनियर मो. खान को भेज दिया था, जो किसी भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत नहीं था। बैठक में जिम्मेदार के शामिल नहीं होने तथा कार्य योजना, डिजाइन, ड्राइंग, क्यूएपी प्रस्तुत न करने के कारण यह बैठक निष्फल रही।
इसके पूर्व भी एनएच पीडब्ल्यूडी ने उदारता दिखाते हुए कंपनी को नोटिस भेजकर काम शुरू करने दस दिनों की मोहलत दी थी। इस नोटिस का कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं आया और न ही काम शुरू किया। कार्य की प्रगति की असंतोषजनक स्थिति, डिजाइन व चित्र प्रस्तुत नहीं करने, कार्य और क्यूएपी जमा नहीं करने और मौजूदा सड़क का रखरखाव नहीं किया। नोटिस में कहा है कि आगे अनुबंध के लिए केवल कुछ दिन शेष हैं। अनुबंध समाप्त करने के इरादे से ही सूचना जारी की है। बी श्रीनिवास राव, ईई एनएच डिवीजन-1, रायपुर वैधानिक प्रक्रियाओं को पालन करते हुए ठेका कंपनी को अंतिम चेतावनी नोटिस भेजे जा रहे हैं। अभी एक मौका और देंगे। इसके बाद फिर टर्मिनेशन की कार्यवाही शुरू की जाएगी।