रात 8 से 12 के बीच किया जाता है रक्त का संग्रह
फाइलेरिया के मरीज की तलाश के लिए रात 8 से 12 बजे तक लोगों के ब्लड का नमूना एकत्र किया जाता है। इस रोग के परिजीवी रात को ही रक्त के परिसंचरण में प्रवेश कर रोगग्रस्त कर देता है। ब्लड के नमूने का जांच करने के बाद ही साफ होता है कि व्यक्ति संक्रमित है या नहीं।
पहले लेते थे 500 नमूना अब सिर्फ 300
एक गांव में पहले 500 नमूना लिया जाता था। अब टारगेट को घटाकर 300 कर दिया गया है। विभाग की टीम अलग-अलग ब्लॉक में इस तरह से नाइट सर्वे के काम को अंजाम देगी।
फाइलेरिया के लक्षण
सामान्यत: इसके कोई लक्षण साफ रूप से नजर नहीं आते। बुखार, बदन में खुजली और पुरुषों के जननांग और उसके आस-पास दर्द और सूजन की समस्या दिखाई देती है। पैरों और हाथों में सूजन, हाथीपांव और हाइड्रोसिल, महिलाओं के स्तन में सूजन के रूप में भी यह समस्या सामने आती है।