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BREAKING : ट्विनसिटी के बाद अब गांव में भी डेंगू ने ले ली मासूम की जान

locationभिलाईPublished: Sep 22, 2018 01:01:28 pm

डेंगू की महामारी शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में में कहर बरपा रहा है। इसी कड़ी में पाटन विकासखंड के ग्राम चुलगहन निवासी गगन रघुवंशी (11 वर्ष) पिता भूषण रघुवंशी की डेंगू से मौत हो गई।

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भिलाई/रानीतराई. डेंगू की महामारी शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में में कहर बरपा रहा है। इसी कड़ी में पाटन विकासखंड के ग्राम चुलगहन निवासी गगन रघुवंशी (11 वर्ष) पिता भूषण रघुवंशी की डेंगू से मौत हो गई। मासूम गगन का पिछले आठ दिनों से रायपुर के निजी चिकित्सालय में इलाज चल रहा था। शुक्रवार की देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। दुर्ग-भिलाई शहर को मिलाकर डेंगू से 44 लोगों की जान जा चुकी है।
बुखार की शिकायत पर 15 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था

बता दें कि बुखार की शिकायत पर गगन को 15 सितंबर को रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डेंगू आईजीएम टेस्ट में पॅाजीटिव पाया गया। वायरस की वजह से किडनी और हार्ट में इन्फेक्शन की वजह से उसे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। शुक्रवार की शाम को ब्रेन ने भी काम करना बंद कर दिया था।
दवा का छिड़काव न ही सुध
सवाल यह भी है कि शहर से गांव में पांव पसार चुके डेंगू को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। आठ दिन पहले ही मासूम को डेंगू पीडि़त होने की रिपोर्ट सामने आई थी। इसके बावजूद अब तक चुलगहन में न तो स्वास्थ्य शिविर लगाया गया न ही घरों में दवा का छिड़काव किया गया। पीडि़त परिवार का कहना है कि गगन कक्षा पांचवी की छात्र था। पिछले एक महीने से गांव से बाहर कहीं भी नहीं गया है। इससे यह आशंका जताई जा रही है डेंगू का लार्वा गांव में पनप रहा है इससे और भी लोग पीडि़त होंगे। जागरूकता के अभाव में ग्रामीण सदी, खांसी और सामान्य बुखार समझकर गांव और आस-पास के डॉक्टरों से ही इलाज करा रहे है।
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बड़ा सवाल
बड़ा सवाल यह है कि डेंगू पाजीटिव का मुफ्त में इलाज नहीं हो रहा है। शासन का स्पष्ट आदेश है कि दुर्ग जिले के डेंगू पाजीटिव मरीज का मुफ्त में इलाज किया जाएगा। इसके बावजूद पीडि़त परिवार से डेंगू के अलावा किडनी और लीवर में बीमारी बताकर 75 हजार रुपए जमा कराया गया। भूषण रघुवंशी का कहना है कि शासन प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी जमा कराई गई राशि को वापस नहीं की गई।
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