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शौचालय में नहीं लिखा था बॉय और गर्ल, फोटो खींचकर दिल्ली भेज दी

locationभिलाईPublished: Jul 10, 2018 12:21:20 am

Submitted by:

Bhuwan Sahu

ओडीएफ शहर का जायजा लेने पहुंची दिल्ली से क्यूसीआई की टीम।

ODF city

शौचालय में नहीं लिखा था बॉय और गर्ल, फोटो खींचकर दिल्ली भेज दी

भिलाई . केन्द्रीय शहरी आवास एवं पर्यावरण मंत्रालय की क्वालिटी कंट्रोल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) की टीम की गोपनीय जांच से निगम के अधिकारियों में हड़कंप मंच गया। जैसे ही टीम के सदस्यों के शहर पहुंचने की खबर मिली, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की दौड़ भाग शुरू हो गई। कर्मचारी शौचालय की कमियों को दूर करने में जुट गए। निगम के अधिकारी दिल्ली से निरीक्षण के लिए आए टीम के मेंबर को पाइंट देने के साथ साथ ही अपने कर्मियों को भी उनका लोकेशन फोन पर बताते रहे। चौक-चौराहे से टायलेट तक पंहुचने चूना पावडर डालने के निर्देशित करते रहे, लेकिन हड़बड़ी में शिवाजी नगर के एक निजी स्कूल प्रबंधन के टायलेट के दरवाजे पर पेंट से ब्वायज-गल्र्स नहीं लिखवा पाए तो कागज पर ब्वायज-गल्र्स का नेम प्लेट बनाकर चिपका दिया। इस पर टीम के सदस्य की नजर पड़ गई। उन्होंने उसका फोटोग्राफ भी लिया। एसबीएम पोर्टल पर अपलोड कर रिपोर्ट भी भेज दी।
जिओ टैगिंग से किया टै्रस
नई दिल्ली से जिओ टैगिंग सिस्टम से शहर के चार प्रमुख मार्केट, चार सार्वनिजक शौचालय, चार निजी स्कूल, कॉलेज, स्लम एरिया और आवासीय कालोनियों को टै्रस किया गया। टीम के कर्मचारी को ऑनलाइन टास्क दिया गया। दिनभर में शहर के स्मृति नगर जुनवानी चौक शौचालय, रानी अवंती चौक से कुरुद रोड मार्केट, वार्ड-७ गांधी नगर कॉलोनी, स्टेशन मरोदा, पुरैना, सेक्टर-४ मार्केट, सेक्टर-१० सीनियर सेंकेंडरी स्कूल, वैशाली नगर हैप्पी पब्लिक स्कूल सहित चारो दिशाओं में घूमकर कुल १७ स्थानों का जायजा लिया। सभी शौचालयों की सफाई व्यवस्था का फोटोग्राफ लिया। मिशन क्लीन सिटी के अंतर्गत शौचालयों में लगी सीटीबीटी मशीन से फीडबैक के आंकड़े जुटाए। रजिस्टर का अवलोकन भी किया। निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता आरके साहू, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली और जोन कमिश्नर मौजूद रहे।
हर छह महीने में जांच

शहरी आवास मंत्रालय ने शहर को २०१६ में ओडीएफ घोषित किया था। इसके बाद से टीम ६-६ माह के अंतराल में निरीक्षण करने आती है। मिशन क्लीन सिटी मिशन के अंतर्गत कमियां मिलती है। उसे निगम प्रशासन को कमियों का दूर करने के लिए कहा जाता है।

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