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लो… अब अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी नहीं करने लगा रहे एप्रोच

locationभिलाईPublished: Oct 27, 2018 11:42:35 pm

Submitted by:

Bhuwan Sahu

चुनाव ड्यूटी से बचने दे रहे अजीब तर्क, कोई खुद को पार्टी तो कोई नेता का करीबी बता रहा, सिफारिश करवाने में भी पीछे नहीं अधिकारी-कर्मचारी

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लो… अब अधिकारी-कर्मचारी चुनाव ड्यूटी नहीं करने लगा रहे एप्रोच

दुर्ग . निर्वाचन प्रक्रिया बड़ी जिम्मेदारी और जवाबदेही का काम है। इसमें जरा सी लापरवाही अधिकारी-कर्मचारी को भारी पड़ जाती है। ऐसे में चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अजब-गजब तरकीब लगाई जाती हैं। ऐसे ही दुर्ग जिला निर्वाचन के पास कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के कई तर्क दिए हैं। कोई खुद को राजनीतिक दल या उसकी विचारधारा से जुड़ा बता रहा है तो कोई नेता का करीबी बताकर अपने को चुनाव से दूर रखने की मांग कर रहा है। यहां तक कि नेताओं और बड़े अफसरों की सिफारिश के साथ आवेदन प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी तय की कर दी गई है। निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अफसरों के मुताबिक तीन दिन पहले तक ड्यूटी से अलग करने से संबंधित 836 आवेदन पहुंच चुके थे। इनमें स्वास्थ्य संबंधी आवेदन ज्यादा हैं, लेकिन कई कर्मचारी नेताओं के एप्रोच और खुद को दलों के अनुषांगिक संगठनों से संबद्ध बताकर नाम काटने जोर लगा रहे हैं। ऐसे में जो कर्मचारी स्वास्थ्य या अन्य वास्तविक कारणों से चुनाव ड्यूटी करने में सक्षम नही हैं उनके आवेदन उलझ गए हैं।
836 से ज्यादा आवेदन

जिले में इस बार 1442 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां मतदान कराने वाले 7210 के साथ करीब 15 हजार लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें से 836 से अधिक ने ड्यूटी से अलग करने आवेदन जमा कराया है। अभी भी आवेदन जमा कराया जा रहा है। इनमें शिक्षकों की तरफ से बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं।
अधिकारी ने खुद को पीसीसी अध्यक्ष का करीबी बता मांगी चुनाव ड्यूटी से मुक्ति

पाटन ब्लॉक शिक्षा कार्यालय के वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी ने खुद को पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल का समर्थक बताते हुए चुनाव से अलग रखने का आवेदन दिया। इस आधार पर वे खुद को चुनाव से अलग रखवाने में सफल भी हो गए हैं।
शिक्षक संगठन शिक्षक कांग्रेस से जुड़े बड़े नेता ने खुद के आवेदन के साथ 30 लोगों की नामों की सूची भी लगाया है। इसमें संगठन के दूसरे नेताओं का नाम है, इसके बताया गया है संगठन पार्टी विशेषकी विचारधारा से जुड़ी है।
खुद को बीमार बताने वाले 30 कर्मचारी स्वस्थ

अफसरों के मुताबिक करीब 100 लोगों ने खुद को ह्दय रोगी बताकर ड्यूटी से अलग रखने आवेदन किया था। इनमें से अधिकतर ने डॉक्टरों के सर्टिफिकेट व प्रिस्क्रिप्शन भी जमा कराए थे। इनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तो 30 से ज्यादा लोग स्वस्थ मिले।
अधिकारी भी संशय में

मतदान या मतदाताओं को प्रभावित करने जैसी कोई भी स्थिति निर्मित नहीं होने दी जाना है। ऐसे राजनीतिक दलों से जुड़ा होने का हवाला देकर ड्यूटी से अलग करने संबंधी आवेदनों पर अफसर भी संशय में हैं।
ठोस कारण के बाद ही ड्यूटी से अलग किया जाएगा

एडीएम दुर्ग संजय अग्रवाल ने कहा कि सामान्य तौर पर ऐसे आवेदन या एप्रोच आते रहते हैं, लेकिन बिना उचित कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं रखा जा सकता। वैसे भी जिले में जरूरत के हिसाब से अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या कम है। ऐसे में बिना ठोस कारण किसी को भी ड्यूटी से अलग नहीं किया जाएगा।

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