22 मार्च को लॉकडाउन हुआ। शातिर ठगों ने लोगों को घर बैठे ठगी का शिकार बनाया। एक माह में 22 शिकायत साइबर सेल में आई। पिछले साल 22 मार्च से अप्रैल एक माह में 24 मामले की शिकायत मिली थी। कोरोना संकट में मदद के नाम पर लोगों को झांसा देकर ठगों ने लाखों रुपए ठग लिए।
लोगों का फेसबुक अकाउंट हैक कर उनको परिचितों को मैसेज भेजा जा रहा है। दोस्त के पिता की तबियत बहुत खराब है। उसे 15 हजार की जरुरत है। रावणभाठा परदेशी चौक निवासी गौकरण निषाद की फेसबुक आईडी को ठग ने हैक कर लिया। फिर उसके परिचितों से पैसे की मांग कर रहे थे। मैसेंजर में मैसेज करते थे कि हॉस्पिटल में भर्ती हूं। 10 हजार की जरूरत है। उनका एक फेसबुक दोस्त अंकुश पिल्ले ने फोन किया कि रात में पैसे की कैसे जरुरत पड़ गई। गौकरण ने मना कर दिया कि हमने पैसे नहीं मांगे। ठग ने अलग-अलग लोगों से 40 हजार रुपए की मांग किया था। अच्छा हुआ कि उसके दोस्तों ने कॉल कर जानकारी दी।
साइबर सेल प्रभारी गौरव तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की इस वैश्विक महामारी में भी ठग सक्रिय हंै। वे शासन द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि का झांसा देकर फोन करते थे। लालच में आकर लोगों ने अपने बैंक की डिटेल व ओटीपी नम्बर बता दिया। ठग उनके खाते से पैसे उड़ा लिया। एक माह में 22 मामले की शिकायत मिली। इसी तरह फेसबुक आईडी हैक कर लोगों को ठगी के आधा दर्जन मामले आए है। सभी मामले को जांच में लिया गया है।