नहीं मिल रही मरीज की जानकारी
जामुल में रहने वाले एक युवक की कोरोना से तबीयत बिगड़ी। उसे 9 अप्रैल 2021 को सीएम मेडिकल कॉलेज में दाखिल किया गया। पिछले दो दिनों से उससे परिवार वाले बात करने कोशिश कर रहे हैं, तो मोबाइल बंद आ रहा है। जिससे परिजन परेशान हैं। यहां जिनको नोडल अधिकारी नियुक्ति किया गया है। वे परिजन का मोबाइल नहीं उठा रहे हैं। अस्पताल के गेट पर बैठे पुलिस.
यहां आकर तलाश लो
सीएम मेडिकल कॉलेज के बाहर एक लिस्ट चस्पा कर दी गई है। जिसमें बीमारों को तलाशने के लिए कहा गया है। यहां परिजन अपनों का नाम देखते-देखते थक जाते हैं। वहीं गेट पर मौजूद पुलिस अधिकारी और जवान किसी को मरीज से मिलने जाने देते हैं तो किसी को फटकार लगा देते हैं। जिसकी वजह से लोग नाराज भी हो रहे हैं।
बुजुर्ग मरीजों के साथ एक को रहने की अनुमति
सीएम मेडिकल कॉलेज में ऐसे बुजुर्ग जो खुद उठकर बाथरूम जाने की स्थिति में नहीं है, उनके साथ परिवार के एक सदस्य को रहने की अनुमति दी जा रही है। जिससे वे उनका देखभाल कर सके। यह मरीजों के लिए बेहतर फैसला है, इस तरह की व्यवस्था सेक्टर-9 अस्पताल में पहले से ही है। वहां भी मरीज के साथ एक व्यक्ति को रहने के लिए दिया जाता है। जिससे मरीज की स्थिति के संबंध में पहले से ही परिवार के सदस्यों को जानकारी रहती है।
खाना छोडऩे के लिए आ रहे लोग
अस्पताल का खाना जिस मरीज को पसंद नहीं आ रहा है, उसके परिजन उसके लिए घर से खाना लाकर दे रहे हैं। इसके साथ-साथ कपड़ा और दूसरे सामान भी पहुंचा रहे हैं। यह सामान भीतर तक जाकर देने की अनुमति किसी को नहीं है। इसे पहुंचाने के लिए व्यवस्था के तहत कुछ आदमी यहां रखे गए हैं।