बालक को लेकर पहुंचे पालक
पीएचसी में इस बीच एक माता-पिता अपने बालक को लेकर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बच्चे के पैर में जंग वाले लोहे के धातू से चोट लगी है। टिटनेस का इंजेक्शन लगाएंगे क्या। इस पर मौजूद सिस्टरों ने इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक चिकित्सक लिखकर नहीं देंगे तब तक इंजेक्शन नहीं लगाया जा सकता। यह सुनकर पालक अपने बालक को लेकर लौट गए।
शुगर की दवा लेने आए बुजुर्ग
एक बुजुर्ग शुगर या बीपी की दवा लेने आए। सिस्टर ने कहा कि आज घर में दवा होगी उसका उपयोग कर लो। मंगलवार को चिकित्सक रहेंगे तब दिखा देना। वे लिखकर देंगे तब दवा दिया जाएगा। इस तरह से वे भी लौट गए।
नवजात को लेकर आए माता-पिता
पीएचसी, कोहका में इसके बाद एक नवजात को लेकर माता-पिता आए। उन्होंने बताया कि बच्चे को खांसी हो रहा है। जांच करवाना है। इस पर सिस्टर ने जवाब दिया कि चिकित्सक नहीं है। सुपेला या दूसरे सरकारी अस्पताल में दिखा दीजिए। दोपहर 11.54 बजे तेज धूप में बच्चे को लेकर वे आए और बिना इलाज करवाए ही लौट जाना पड़ा।
अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर लगा दिए सूचना
अस्पताल के गेट पर आवश्यक सूचना लगा दिया गया है, जिसमें लिखा है कि 28 मार्च 2022 को भक्त माता कर्मा जयंती छग शासन के शासकीय अवकाश के कारण ओपीडी संचालन पूर्णता बंद रहेगा। इसमें आवश्यक सेवा बंद रहेगी नहीं लिखा है, लेकिन सारी सेवाएं ठप नजर आ रही थी।
सेवाएं बेहतर करने की जरूरत
कोहका के पीएचसी को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के तौर पर विकसित किए हैं। इसके बाद यहां 24 घंटे सेवा जारी रखना है। ऐसे में मरीजों को लौटाया जा रहा है। आम लोग सरकारी अस्पताल में ही आते हैं, निजी अस्पताल में जाते ही पर्ची बनाने के नाम पर पैसा लिया जाता है।