विधायक ने थामा फावड़ा, तालाब से निकाला गाद
विधायक अरुण वोरा ने भी अपने समर्थकों के साथ सफाई अभियान में भागीदारी निभाई। उन्होंने फावड़ा व कचरा पकडऩे के औजार लेकर करीब आधे घंटे तक पानी के बीच से गाद खीचकर बाहर निकाला। उनके साथनेता प्रतिपक्ष लिखन साहू, पार्षद आरएन वर्मा, लीलाधर पाल सहित अन्य ने भी उनके साथ सफाई की।
विधायक अरुण वोरा ने भी अपने समर्थकों के साथ सफाई अभियान में भागीदारी निभाई। उन्होंने फावड़ा व कचरा पकडऩे के औजार लेकर करीब आधे घंटे तक पानी के बीच से गाद खीचकर बाहर निकाला। उनके साथनेता प्रतिपक्ष लिखन साहू, पार्षद आरएन वर्मा, लीलाधर पाल सहित अन्य ने भी उनके साथ सफाई की।
महापौर ने उठाई तगाड़ी, कचरा उठाने में की मदद
महापौर चंद्रिका चंद्राकर भी करीब पौन घंटे तक तालाब में मौजूद रही। इस दौरान उन्होंने खुद तगाड़ी उठाकर कचरा तालाब के बाहर फेंकने का काम किया। महापौर ने खुद तगाड़ी उठाने के साथ आसपास मौजूद लोगों को भी सफाई में भागीदारी निभाने प्रेरित किया। उन्होंने मौके पर निगम के अफसरों को तलब कर निकाले गएकचरे के सुरक्षित निपटान के निर्देश भी दिए।
महापौर चंद्रिका चंद्राकर भी करीब पौन घंटे तक तालाब में मौजूद रही। इस दौरान उन्होंने खुद तगाड़ी उठाकर कचरा तालाब के बाहर फेंकने का काम किया। महापौर ने खुद तगाड़ी उठाने के साथ आसपास मौजूद लोगों को भी सफाई में भागीदारी निभाने प्रेरित किया। उन्होंने मौके पर निगम के अफसरों को तलब कर निकाले गएकचरे के सुरक्षित निपटान के निर्देश भी दिए।
जनप्रतिनिधि और शिक्षाविद ने भी बंटाया हाथ
अभियान में जनप्रतिनिधि व शिक्षाविदों ने भी हाथ बंटाया। स्थानीय पार्षद व नगर निगम के एमआईसी सदस्य देवनारायण चंद्राकर, शिवेन्द्र परिहार, दिनेश देवांगन, जिला भाजपा के महामंत्री देवेन्द्र चंदेल, पार्षद अलका बाघमार सहित दर्जन भर पार्षद खुद होकर अभियान से जुड़े। वहीं गल्र्स कॉलेज की प्रोफेसर रेशमा लाकेश के साथ साथी प्रोफेसर्स ने भी सफाई में सहयोग किया।
अभियान में जनप्रतिनिधि व शिक्षाविदों ने भी हाथ बंटाया। स्थानीय पार्षद व नगर निगम के एमआईसी सदस्य देवनारायण चंद्राकर, शिवेन्द्र परिहार, दिनेश देवांगन, जिला भाजपा के महामंत्री देवेन्द्र चंदेल, पार्षद अलका बाघमार सहित दर्जन भर पार्षद खुद होकर अभियान से जुड़े। वहीं गल्र्स कॉलेज की प्रोफेसर रेशमा लाकेश के साथ साथी प्रोफेसर्स ने भी सफाई में सहयोग किया।
महिलाएं व बच्चे भी आए सामने
शिव गंगा सरोवर में श्रमदान करने के लिए सभी वर्ग के लोग सामने आए। इसमें महिलाएं आगे रही। शक्ति नगर इलाके की आधा दर्जन महिला स्व-सहायता समूह, महिला कमांडो समूह से जुड़ी महिलाओं के अलावा मितानिनों ने भी काम में मदद की। समर्पण युवा संगठन के युवाओं के साथ बच्चों ने भी काम में हाथ बंटाया।
शिव गंगा सरोवर में श्रमदान करने के लिए सभी वर्ग के लोग सामने आए। इसमें महिलाएं आगे रही। शक्ति नगर इलाके की आधा दर्जन महिला स्व-सहायता समूह, महिला कमांडो समूह से जुड़ी महिलाओं के अलावा मितानिनों ने भी काम में मदद की। समर्पण युवा संगठन के युवाओं के साथ बच्चों ने भी काम में हाथ बंटाया।
कचरा हटा तो बदली सरोवर की सूरत
शिव गंगा सरोवर करीब पांच एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। तालाब के मध्य विशाल शिव प्रतिमा के कारण इससे धार्मिक आस्था भी जुड़ी है। तालाब में उतर कर किनारों से गाद, खरपतवार, कमल ककड़ी, प्लास्टिक व पॉलीथिन निकाला गया। करीब ढाई घंटे की मेहनत के बाद सरोवर की सूरत ही बदल गई।
शिव गंगा सरोवर करीब पांच एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। तालाब के मध्य विशाल शिव प्रतिमा के कारण इससे धार्मिक आस्था भी जुड़ी है। तालाब में उतर कर किनारों से गाद, खरपतवार, कमल ककड़ी, प्लास्टिक व पॉलीथिन निकाला गया। करीब ढाई घंटे की मेहनत के बाद सरोवर की सूरत ही बदल गई।
जहां सफाई वहां पचरीकरण, रंगरोगन होगा
सफाई के बाद सरोवर की बदली सूरत से अभीभूत महापौर चंद्रिका चंद्राकर और लोक कर्म प्रभारी दिनेशदेवांगन ने सफाई वाले हिस्सों पर पचरीकरणकराने का ऐलान किया।इसके अलावा तालाब के बाउंड्रीवाल से लेकर तालाब के मध्य स्थित शिव प्रतिमा स्थल तक रंगरोगण कराने की घोषणा की गई।
सफाई के बाद सरोवर की बदली सूरत से अभीभूत महापौर चंद्रिका चंद्राकर और लोक कर्म प्रभारी दिनेशदेवांगन ने सफाई वाले हिस्सों पर पचरीकरणकराने का ऐलान किया।इसके अलावा तालाब के बाउंड्रीवाल से लेकर तालाब के मध्य स्थित शिव प्रतिमा स्थल तक रंगरोगण कराने की घोषणा की गई।
छह साल से चल रहा पत्रिका का श्रमदान
पत्रिका परिवार अपने अमृतम जलम अभियान के तहत पिछले छह साल से तालाब में सफाई अभियान चला रहा है। इससे पहले तालाब छोटा व गंदगी से भरा था। पत्रिका के अभियान के बाद न सिर्फतालाब की सूरत बदली, अपितु अब यह निस्तारी का मुख्य साधन बन गया है।तालाब में आठ से दस हजार लोगों को निस्तार होता है।
पत्रिका परिवार अपने अमृतम जलम अभियान के तहत पिछले छह साल से तालाब में सफाई अभियान चला रहा है। इससे पहले तालाब छोटा व गंदगी से भरा था। पत्रिका के अभियान के बाद न सिर्फतालाब की सूरत बदली, अपितु अब यह निस्तारी का मुख्य साधन बन गया है।तालाब में आठ से दस हजार लोगों को निस्तार होता है।
पत्रिका के पहल पर नियमित सफाई
पत्रिका के पहल पर स्थानीय युवाओं ने भी तालाब की नियमित सफाई का बीड़ा उठाया है। इसके लिएमनोज चंद्राकर के नेतृत्व में युवाओं ने सपर्मण युवा संगठन का भी गठन किया है। संगठन के युवा नियमित अंतराल में तालाब की सफाईकरते हैं। इस संगठन के काम में स्थानीय महिला समूहों की भी भागीदारी रहती है।
पत्रिका के पहल पर स्थानीय युवाओं ने भी तालाब की नियमित सफाई का बीड़ा उठाया है। इसके लिएमनोज चंद्राकर के नेतृत्व में युवाओं ने सपर्मण युवा संगठन का भी गठन किया है। संगठन के युवा नियमित अंतराल में तालाब की सफाईकरते हैं। इस संगठन के काम में स्थानीय महिला समूहों की भी भागीदारी रहती है।