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पत्रिका चेंजमेकर्स अभियान : जुड़े इंजीनियरिंग और एमबीए के स्टूडेंट्स, पढ़ें खबर

locationभिलाईPublished: Apr 24, 2018 11:14:23 pm

इंजीनियरिंग और बिजनेस स्कूल के स्टूटेंड्स पत्रिका चेंजमेकर्स अभियान से जुड़े। इनमें कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें अवसर मिले तो वे राजनीति में आना चाहेंगे।

changemakers campaign
भिलाई. राजनीति में जब तक युवा आगे नहीं आएंगे, नई सोच सामने नहीं आएगी। जनप्रतिनिधि वोट मांगते समय कुछ और चेहरा दिखाते हैं और चुनाव जीतते ही बदल जाते हैं। पांच सालों में क्षेत्र की तस्वीर कुछ और ही होती है। चंद लोगों की वजह से राजनीति एक दलदल में बदल गई है जहां उतरने वाले लोगों पर छींटे जरूर आते हैं। पर अब अच्छे लोगों को राजनीति में आकर इस कीचड़ को साफ करना होगा और हम उनके साथ हंै। ऐसे कई वादों के साथ संतोष रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के इंजीनियरिंग और बिजनेस स्कूल के स्टूटेंड्स पत्रिका चेंजमेकर्स अभियान से जुड़े। इन युवाओं में कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें अवसर मिले तो वे राजनीति में भी आना चाहेंगे ताकि देश के विकास में अपना योगदान दे सकें।
नए आइडिया पर होगा काम
एमबीए स्टूड़ेंट अविनाश , प्रिया, सुभाष आदि का मानना है कि जब तक राजनीति मेंं युवा सामने नहीं आएंगे तब तक नया कुछ नहीं होगा। क्योंकि युवा के पास नए आइडिया है। वह युवाओं की परेशानी को समझ सकता है। आज डिग्री लेने के बाद भी युवा अच्छी नौकरी के लिए भटक रहे हैं। भ्रष्टाचार टैलेंट को पीछे ढकेल रहा है। ऐसे में अगर कोई युवा लीडर सामने आता है तो वह सभी उनके साथ खड़े होंगे।
दोषारोपण ज्यादा, काम कम
युवाओं का कहना है कि हमारे देश में पक्ष-विपक्ष केवल एक-दूसरे पर दोष लगाकर टाइम पास करते हैं जबकि विदेश में डेवलपमेंट के मुद्दे पर सब एक साथ मिलकर काम करते हैं। हमारे देश की राजनीति में जब तक परिवारवाद और जाति के नाम पर वोट की राजनीति खत्म नहीं होगी तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते।
Patrika changemakers campaign
लीडर ऐसा जो समझे हमारा दर्द
चेंज की जरूरत तो हमारे देश के कानून में है। एमबीए की छात्राओं का कहना है कि दिल्ली में बैठकर मंत्री से लेकर सभी नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं, पर बलात्कारियों के खिलाफ कोई कड़ा कानून नहीं लेकर आते। हमारे देश में 4 महीने की नवजात कन्या से लेकर 8 साल की बच्ची के साथ अनाचार हो रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा बदलाव तो बेटियों की सुरक्षा को लेकर आना चाहिए। अब तक के लीडर केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं पर हम उनके साथ ही होंगे जो बेटियों का दर्द समझकर देश में कड़ा कानून लेकर आए जिसे सुनकर ही लोग सपने में भी अनाचार के बारे में ना सोंचे।
यह बनेंगे बदलाव का जरिया
संतोष रूंगटा ग्रुप ऑफ कॉलेजेस में इंजीनियरिंग और एमबीए स्टूडेंट्स पत्रिका के महाअभियान स्वच्छ करें राजनीति से जुड़कर देश में बड़े बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। मंगलवार को कोहका स्थित संतोष रूंगटा कैंपस में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों सहित देश के अन्य प्रदेशों से भी आए युवा इस मुहिम में साथ देने को तैयार हैं।
यह बनें वालंटियर
अविनाश कुमार, प्रिया तिवारी, अनुप्रिया गढ़वाल, आर विभाग सागेड़, अइमत कुमार सिंह, शिवानी प्रसाद, सुभाष कुमार पाठक, साही प्रभा सिंह, नेह ताम्रकार, हिमांशु बनिक, अभिषेक कुमार साहू, अंकित कांति कुमार मेश्राम, यास्मिन, बीना कौर सहगल, सपवना अग्रवाल शालिनी गुप्ता शामिल हैं।
यह बनेंगे चेंजमेकर्स-वैभव वर्मा, परिवेश झा।

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