scriptकितनी सुरक्षित बेटियां, आधी रात पत्रिका ने चेक किया डॉयल112 और पुलिस का रियल टाइम रिस्पॉन्स, थोड़ी खामियां पर उम्मीद से ज्यादा उतरे खरे | Patrika real time police response test about women security in Bhilai | Patrika News

कितनी सुरक्षित बेटियां, आधी रात पत्रिका ने चेक किया डॉयल112 और पुलिस का रियल टाइम रिस्पॉन्स, थोड़ी खामियां पर उम्मीद से ज्यादा उतरे खरे

locationभिलाईPublished: Dec 05, 2019 11:19:06 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

दुर्ग पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को चेक करने पत्रिका ने मंगलवार की रात एक रियालिटी टेस्ट किया। रात साढ़े 9 बजे के बाद पुलिस की टीम का रिस्पॉन्स टाइम शत-प्रतिशत था। (Bhilai police)

कितनी सुरक्षित बेटियां, आधी रात पत्रिका ने चेक किया डॉयल112 और पुलिस का रियल टाइम रिस्पॉन्स, थोड़ी खामियां पर उम्मीद से ज्यादा उतरे खरे

कितनी सुरक्षित बेटियां, आधी रात पत्रिका ने चेक किया डॉयल112 और पुलिस का रियल टाइम रिस्पॉन्स, थोड़ी खामियां पर उम्मीद से ज्यादा उतरे खरे

भिलाई. हैदराबाद की डॉ. प्रियंका (Dr Priyanka reddy rape murder case) और रांची की एक बेटी के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना के बाद से बेटियों की सुरक्षा को लेकर पूरा देश उद्वेलित है। भिलाई में भी बेटियों के माता-पिता डरे-सहमे हैं। हर तीसरे दिन यहां भी दुष्कर्म (Rape in Chhattisgarh )का एक मामला सामने आ ही जाता है। आपात स्थिति में बचने के लिए उम्मीद की किरण है दुर्ग पुलिस (Durg Police)। महिलाओं के प्रति संवदेनशील है, साथ ही अलर्ट भी।
पत्रिका ने किया रियालिटी टेस्ट
दुर्ग पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को चेक करने पत्रिका ने मंगलवार की रात एक रियालिटी टेस्ट किया। रात साढ़े 9 बजे के बाद पुलिस की टीम का रिस्पॉन्स टाइम शत-प्रतिशत था। हालांकि इन तीनों टीम के साथ कोई महिला सदस्य नहीं थी, लेकिन जवान समय पर पहुंच गए।
हां, एक बात और लोगों की जानकारी के लिए जरूरी है कि 1091 पर अब हेल्प न मांगें। यह बंद हो चुका है। इसी तरह पुलिस कंट्रोल रूम 07882283151 से भी उम्मीदें न रखें। पत्रिका रिपोर्टर ने जब इस नंबर पर फोन किया तो पहला कॉल व्यस्त बताया। लेकिन इसके बाद तीन कॉल पूरी गई, लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।
कितनी सुरक्षित बेटियां, आधी रात पत्रिका ने चेक किया डॉयल112 और पुलिस का रियल टाइम रिस्पॉन्स, थोड़ी खामियां पर उम्मीद से ज्यादा उतरे खरे
नौ मिनट में मदद के लिए पहुंचे जवान
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 पर कॉल किया कि मेरी गाड़ी खराब हो गई है। मुझे सेक्टर 2 जाना है। यहां काफी अंधेरा है प्लीज हेल्प कीजिए। फोन पर लोकेशन लेते ही 9 बजकर 28 मिनट पर मोहन नगर थाने से एक पुलिसवाले ने बात की और मोटिवेट कर कहा कि आप वहीं रहिए हम निकल चुके हैं। बस 9 मिनट बाद डायल 112 की गाड़ी सामने आकर रुकी। आरक्षक डोमनिक किस्कोटा ने आते ही कहा- हम आपकी मदद को पहुंच चुके हैं.. बताइए क्या परेशानी है।
यहां दस मिनट देरी से पहुंची पुलिस
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 में फोन कर कहा कि यहां एक महिला अकेली खड़ी है और खूब रो रही है। कारण पूछा तो कुछ नहीं बताई। आप इनकी मदद कीजिए। अगले 10 मिनट बाद सुपेला थाने से फोन आया और जानकारी ली। 10 बजकर 20 मिनट पर बाइक पर आरक्षक अभय सिंह पहुंचे और मामला जाना। यहां पुलिस 10 मिनट देरी से पहुंची। बताया गया कि मौजूद डायल 112 की गाड़ी दूसरे प्वॉइंट पर गई थी। इसलिए पुलिस जवान बाइक लेकर ही यहां पहुंचा।
टीम के साथ नहीं थी महिला आरक्षक
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 पर कॉल कर बताया कि एक युवती सड़क किनारे गिरी पड़ी है, उसकी मदद कीजिए। थाना क्षेत्र पूछा गया। बताया कि भ_ी या भिलाई नगर हो सकता है। युवक ने पूछा एंबुलेस की जरूरत तो नहीं। फिर 11.07 पर पुलिस ने कॉल किया। क्या पुलिस की मदद चाहिए? हां बोलने पर आरक्षक नितिन कश्चप, 13 मिनट पर नेहरू नगर चौक से गैरेज रोड पहुंचा। उसके साथ डायल 112 का चालक गोपी राम विश्वकर्मा भी था। हालांकि महिला आरक्षक साथ नहीं थी।
एसएसपी ने कहा सुधारा जाएगा रिस्पॉन्स टाइम
पूछा तो उसने बताया कि घटना की स्थिति देखने के बाद नजदीकी थाने से महिला आरक्षक को वह बुलाता। एसएसपी दुर्ग अजय यादव ने बताया कि डायल 112 में मदद का रिस्पॉन्स टाइम 10 मिनट है। अगर कहीं थोड़ी देर हुई है तो इसे और भी सुधारा जाएगा। वहीं कंट्रोल रूम और थाना में भी अलर्ट किया जाएगा कि महिलाओं की मदद के लिए जाने वाली टीम में एक महिला आरक्षक को भी साथ रखें। साथ ही थाने में किए गए कॉल पर भी पेट्रोलिंग टीम भेजकर पीडि़त को रिस्पॉन्स दिया जाए।
112 पर मिलेगी मदद
कोई महिला या बेटी मुसीबत में है तो घरवालों को फोन करने के साथ ही डायल-112 पर जरूर सूचना दें। दुर्ग एसएसपी डायल 112 में मदद मांगने पर मात्र 10 मिनट में ही मदद की बात कह रहे हैं। आपात स्थिति में मदद के लिए ही इस इमरजेंसी नंबर का उपयोग करें। इसे फास्ट डायल में भी सेट कर रखें। साथ ही अगर आपके आसपास किसी तरह का अपराध या कोई महिला मुसीबत में है तो मदद करने के लिए डायल-112 की सहायता ले सकते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो