दुर्ग पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को चेक करने पत्रिका ने मंगलवार की रात एक रियालिटी टेस्ट किया। रात साढ़े 9 बजे के बाद पुलिस की टीम का रिस्पॉन्स टाइम शत-प्रतिशत था। हालांकि इन तीनों टीम के साथ कोई महिला सदस्य नहीं थी, लेकिन जवान समय पर पहुंच गए।
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 पर कॉल किया कि मेरी गाड़ी खराब हो गई है। मुझे सेक्टर 2 जाना है। यहां काफी अंधेरा है प्लीज हेल्प कीजिए। फोन पर लोकेशन लेते ही 9 बजकर 28 मिनट पर मोहन नगर थाने से एक पुलिसवाले ने बात की और मोटिवेट कर कहा कि आप वहीं रहिए हम निकल चुके हैं। बस 9 मिनट बाद डायल 112 की गाड़ी सामने आकर रुकी। आरक्षक डोमनिक किस्कोटा ने आते ही कहा- हम आपकी मदद को पहुंच चुके हैं.. बताइए क्या परेशानी है।
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 में फोन कर कहा कि यहां एक महिला अकेली खड़ी है और खूब रो रही है। कारण पूछा तो कुछ नहीं बताई। आप इनकी मदद कीजिए। अगले 10 मिनट बाद सुपेला थाने से फोन आया और जानकारी ली। 10 बजकर 20 मिनट पर बाइक पर आरक्षक अभय सिंह पहुंचे और मामला जाना। यहां पुलिस 10 मिनट देरी से पहुंची। बताया गया कि मौजूद डायल 112 की गाड़ी दूसरे प्वॉइंट पर गई थी। इसलिए पुलिस जवान बाइक लेकर ही यहां पहुंचा।
पत्रिका रिपोर्टर ने डायल 112 पर कॉल कर बताया कि एक युवती सड़क किनारे गिरी पड़ी है, उसकी मदद कीजिए। थाना क्षेत्र पूछा गया। बताया कि भ_ी या भिलाई नगर हो सकता है। युवक ने पूछा एंबुलेस की जरूरत तो नहीं। फिर 11.07 पर पुलिस ने कॉल किया। क्या पुलिस की मदद चाहिए? हां बोलने पर आरक्षक नितिन कश्चप, 13 मिनट पर नेहरू नगर चौक से गैरेज रोड पहुंचा। उसके साथ डायल 112 का चालक गोपी राम विश्वकर्मा भी था। हालांकि महिला आरक्षक साथ नहीं थी।
पूछा तो उसने बताया कि घटना की स्थिति देखने के बाद नजदीकी थाने से महिला आरक्षक को वह बुलाता। एसएसपी दुर्ग अजय यादव ने बताया कि डायल 112 में मदद का रिस्पॉन्स टाइम 10 मिनट है। अगर कहीं थोड़ी देर हुई है तो इसे और भी सुधारा जाएगा। वहीं कंट्रोल रूम और थाना में भी अलर्ट किया जाएगा कि महिलाओं की मदद के लिए जाने वाली टीम में एक महिला आरक्षक को भी साथ रखें। साथ ही थाने में किए गए कॉल पर भी पेट्रोलिंग टीम भेजकर पीडि़त को रिस्पॉन्स दिया जाए।
कोई महिला या बेटी मुसीबत में है तो घरवालों को फोन करने के साथ ही डायल-112 पर जरूर सूचना दें। दुर्ग एसएसपी डायल 112 में मदद मांगने पर मात्र 10 मिनट में ही मदद की बात कह रहे हैं। आपात स्थिति में मदद के लिए ही इस इमरजेंसी नंबर का उपयोग करें। इसे फास्ट डायल में भी सेट कर रखें। साथ ही अगर आपके आसपास किसी तरह का अपराध या कोई महिला मुसीबत में है तो मदद करने के लिए डायल-112 की सहायता ले सकते हैं।