वोरा ने कहा कि भाजपा ऐनकेन प्रकारेण कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को कमजोर करना चाहती है। जिसकी वजह से विधायकों की खरीद फरोख्त कर सत्ता में घुसपैठ करने की साजिश रची गई है। कर्नाटक में कांग्रेस की चुनी हुई सरकार है। विस में कांग्रेस का स्पष्ट बहुमत रहा है। ऐसे सरकार को अपदस्थ करने कुटिल चाल चलकर भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की कोशिश की है। भाजपा ने केवल कर्नाटक ही नहीं बल्कि गोवा, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल समेत 10 राज्यों की सरकार में दखलअंदाजी की है।
वोरा ने कहा कि भाजपा गोवा के बाद मध्यप्रदेश सरकार को अपदस्थ करने की बात कह रही है, लेकिन मध्यप्रदेश के विधायक एकजुट हैं। भाजपा यहां अपनी चाल में सफल होने वाली नहीं है।
कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल पर वोरा ने कहा कि (congress cwc)कांग्रेस वर्किंग कमेटी इसका फैसला करेगी। संविधान में है कि जो मोस्ट सीनियर होगा वही अंतरिम अध्यक्ष होता है। कमेटी की जल्द बैठक होनी है, लेकिन बैठक की तिथि अभी तय नही हुई है। देश के कांग्रेसजनों को राहुल गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है। उनसे पद पर बने रहने का लगातार आग्रह भी किया जा रहा है।
वोरा ने लोकसभा चुनाव में भाजपा पर देशवासियों को राष्ट्रवाद के मुद्दे पर गुमराह कर वोट हासिल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि परिणाम जरूर कांग्रेस के पक्ष में निराशाजनक आए हैं, लेकिन चुनाव में देश के 12 करोड़ मतदताओं ने कांग्रेस पर विश्वास जताया है। यह बातें सिद्ध करती है कि अभी भी कांग्रेस लोगों के दिलों में है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा व दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस स्थानीय मुद्दे पर पूरे दमखम के साथ चुनाव लडेंगी।
वोरा ने कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की हित की बात करती है, लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों की धान खरीदी और सूखे की स्थिति पर हीलहवाला केन्द्र सरकार की कथनी व करनी में अंतर प्रदर्शित करती है। प्रदेश सरकार के धान के समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए पर केन्द्र सरकार ने धान खरीदी से इनकार कर दिया है। प्रदेश में सूखे की स्थिति बनी हुई है। प्रदेश सरकार ने रिपोर्ट केन्द्र को भेज दी है। इस दिशा में केन्द्र सरकार का आज तक कोई जवाब नहीं आया है।