पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि प्रवेश सकुले रिसाली क्षेत्र में ऑनलाइन खाना सप्लाई करने का काम करता था। इसी दौरान सूने मकानों की रेकी करता था। इसके बाद दिन या रात में सही मौका देखर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। एक व्यक्ति को बाहर रेकी के लिए बैठा देते थे। ताला को लोहे की राड से तोड़ते थे। इसके बाद घर में घुस जाते थे।
पुलिस ने बताया कि lockdown का फायदा उठाकर मुख्य सरगना विवेक सोनी ने पहले चोरी किया। इसके बाद सेक्टर-6 के युवकों और दो नाबालिक को गिरोह में शामिल किया। जिस घर में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। उस घर के आस पास में नाबालिगों को चौकीदारी करने के लिए रखा था।
आकांशी कुंज निवासी रायपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग के ज्वाइन डायरेक्टर सुरेन्द्र चौबे के घर में चोरी की थी। नकदी, ज्वेलरी, कैमरा, घड़ी समेत अन्य सामान लाखों की चोरी कर फरार हुए थे। यहां 6 आरोपियों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। मैत्री कुंज निवासी अग्रवाल टाइपिंग के घर से 11 हजार की चोरी की थी। वहीं 31 मार्च को रिसाली दयानगर निवासी दिनेश बारले (29 वर्ष) के घर में दिन दहाड़े चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। मोबाईल, 2 पावर बैंक, 1 घड़ी करीब 5 हजार नकद चोरी की थी। एएसपी शहर संजय धु्रव ने बताया कि रिसाली क्षेत्र में चोरी की घटना की लगातार शिकायत मिल रही थी। टीम को ऐसे संदिग्धों पर नजर रखने कहा जो आस पास के एरिया में ऑनलाइन सामान की सप्लाई करते है। टीआई की टीम ने इस बीच एक डिलिवरी ब्वाय को संदिग्ध पाया। उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की। तीन बड़ी चोरी का खुलासा हुआ।