मिली जानकारी के अनुसार चुनाव से पहले संदिग्ध जगहों पर पुलिस और प्रशासन मिलकर छापेमार कार्रवाई कर रही है। केंद्रीय जेल में छापे को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके पहले गैंगस्टर तपन सरकार और उसके गुर्गे की अवैध गतिविधियां जेल से संचालित होने के खुलासे के बाद पुलिस ने छापा मारा था। कैदियों के बैरक से मोबाइल फोन और नशीला पदार्थ मिलने से एक बार फिर जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ गया है।