scriptकॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल ने आत्महत्या से पहले सुसाइडल नोट में तीन लोगों का सरनेम लिखा, मेरी मौत के जिम्मेदार यही… | Principal in charge of Nandini Government College commits suicide | Patrika News

कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल ने आत्महत्या से पहले सुसाइडल नोट में तीन लोगों का सरनेम लिखा, मेरी मौत के जिम्मेदार यही…

locationभिलाईPublished: Oct 30, 2021 01:01:00 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

प्राचार्य ने कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग के एक कमरे में फांसी लगाई थी। शव के पीएम करवाने के बाद परिजन को सौंपा गया। परिजन शव लेकर अपने गृहग्राम सरायपाली चले गए।

कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल ने आत्महत्या से पहले सुसाइडल नोट में तीन लोगों का सरनेम लिखा, मेरी मौत के जिम्मेदार यही...

कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल ने आत्महत्या से पहले सुसाइडल नोट में तीन लोगों का सरनेम लिखा, मेरी मौत के जिम्मेदार यही…

भिलाई/नंदिनी अहिवारा. शासकीय नागरिक कल्याण कॉलेज नंदिनी अहिवारा के प्रभारी प्राचार्य डॉ. भुनेश्वर नायक ने आत्महत्या कर ली। उनके सुसाइडल नोट में तीन लोगों के सरनेम का उल्लेख किया है। लिखा है कि उनके कारण ही आत्महत्या कर रहा हूं। पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। प्राचार्य ने गुरुवार को सुबह कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग के एक कमरे में फांसी लगाई थी। शव के पीएम करवाने के बाद परिजन को सौंपा गया। परिजन शव लेकर अपने गृहग्राम सरायपाली चले गए।
नंदिनी टीआई लक्ष्मण कुमेटी ने बताया कि सड़क-12, क्वार्टर-9 बी निवासी डॉ. भुनेश्वर नायक (57 वर्ष) शासकीय नागरीक कल्याण कॉलेज अहिवारा के प्रभारी प्राचार्य थे। सुबह करीब 8 बजे घर में नाश्ता किया। घर पर कालेज जाने की बोलकर बाइक से निकले। पूछताछ में जानकारी मिली कि कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में गए और कमरे के अंदर बाइक को खड़ी किया। इसके बाद नाइलोन की रस्सी से पंखे के हुक में फंदा बनाकर झूल गए।
जानिए सुसाइडनोट में किसके नाम का जिक्र
प्रभारी प्राचार्य भुनेश्वर नायक ने अत्मघाती कदम उठाने से पहले एक कागज में सुसाइडल नोट लिखा। जिसमें शिक्षा विभाग के तीन लोगों के सरनेम लिखा है। उपाध्याय, पटेल और कन्नौजे के कारण आत्मघाती कदम उठा रहा हूं। इसके बाद अपना हस्ताक्षर किया है।
सहयोग नहीं करते थे कॉलेज के शिक्षक
कॉलेज के स्टॉफ ने पुलिस को बताया कि प्राचार्य बहुत ही ईमानदार थे। पढ़ाई को लेकर स्ट्रीक्ट थे। टीचरों को समय पर आने की नसीहत हमेशा दिया करते थे, लेकिन टीचर उनका सपोर्ट नहीं करते थे। टीचरों की वजह से पूर्व प्राचार्य ने ट्रांसफर करा लिए थे।
चपरासी को नए बिल्ंिडग की चाबी दी
बताया जाता है कि सुबह करीब 7.30 बजे प्राचार्य कालेज आ गए थे। चपरासी दाताराम को नई बिल्डिंग की चाबी दी। इसके बाद नाश्ता करने के लिए घर चले गए। घर से सुबह 8.30 बजे फिर निकले और कॉलेज पहुंचे। चौकीदार करन को कॉल किया और पुरानी बिल्ंिडग में आने के लिए कहा।
चर्चा है कुलपति के निरीक्षण के बाद तनाव में थे
चर्चा यह है कि एक सप्ताह पहले कुलपति के निरीक्षण के बाद से भुनेश्वर नायक परेशान रहते थे। हेमचंद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने अव्यवस्थाओं से नाराज होकर प्राचार्य के विश्वविद्यालय तलब किया था। निरीक्षण के समय नौ स्टाफ गैरहाजिर मिले थे। कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने एक सप्ताह पहले तीन सरकारी कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया। इनमें शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी अहिवारा, जामुल और इंदिरा गांधी पीजी महाविद्यालय वैशाली नगर शामिल थे।
गाड़ी की सीट पर पैर के निशान
पुलिस ने बताया कि एफएसएल के एक्सपर्ट मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने घटना स्थल की जांच की। पंखे के नीचे बाइक मुख्य स्टैंड पर खड़ी थी। सीट पर पैर के निशान मिले हैं। प्रथम दृष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि बाइक को पंखे के हुक के नीचे खड़ी किया। सीट पर खड़े होकर हुक में नायलोन की रस्सी को बांधा झूल गए। एएसपी ग्रामीण अनंत साहू ने बताया कि घटना स्थल पर सुसाइडल नोट मिला है। इसमें तीन व्यक्तियों के सरनेम लिखा है। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है। तीनों लोगों से पूछताछ की गई है।
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