scriptकोरोना लॉकडाउन में कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स को प्रमोशन पर 93 हजार प्राइवेट छात्रों को देनी पड़ेगी परीक्षा | Private students of the college will not get promotion in CG | Patrika News

कोरोना लॉकडाउन में कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स को प्रमोशन पर 93 हजार प्राइवेट छात्रों को देनी पड़ेगी परीक्षा

locationभिलाईPublished: Jun 03, 2020 12:17:21 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

विवि प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को मिलाकर करीब 45 हजार विद्यार्थियों को प्रमोट करेगा, मगर इससे दोगुनी संख्या प्राइवेट यानी स्वाध्यायी विद्यार्थियों की है जो शासन के आदेश के बाद खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

कोरोना लॉकडाउन में कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स को प्रमोशन पर 93 हजार प्राइवेट छात्रों को देनी पड़ेगी परीक्षा

कोरोना लॉकडाउन में कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स को प्रमोशन पर 93 हजार प्राइवेट छात्रों को देनी पड़ेगी परीक्षा

भिलाई. उच्च शिक्षा विभाग ने सामान्य डिग्री कोर्स के प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट करना (College exam in CG) तय किया है, लेकिन उन्हें अंक कैसे मिलेंगे, ये विवि का निर्णय होगा। इसी बात पर मंगलवार को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति ने अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में तय हुआ कि जल्द ही विवि स्थाई समिति की बैठक होगी। इसमें संकायों के डीन अपनी राय देंगे। बताया जा रहा है कि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को अंक देने के लिए असाइनमेंट दिए जा सकते हैं, जिसके लिए प्राचार्यों को जिम्मेदारी दी जाएगी। जबकि द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के अंक प्रथम वर्ष के प्राप्तंक और इंटरनल में अंक को मिला कर दिए जा सकते हैं। बहरहाल, स्थाई समिति की बैठक के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी। विवि अंक देने पॉलिसी बनाएगा। (CG Higher education Department)
ठगा महसूस कर रहे स्वाध्यायी छात्र
विवि प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को मिलाकर करीब 45 हजार विद्यार्थियों को प्रमोट करेगा, मगर इससे दोगुनी संख्या प्राइवेट यानी स्वाध्यायी विद्यार्थियों की है जो शासन के आदेश के बाद खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। करीब 93 हजार विद्यार्थियों को विवि से कोई लाभ नहीं मिलेगा। उनको कोरोना लॉकडाउन खत्म होने के बाद परीक्षा देना पड़ेगा।
मंगलवार को एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष आदित्य सिंह ने विवि की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा को प्राइवेट छात्रों को भी इसका लाभ देने के लिए ज्ञापन सौंपा। कुलसचिव दुर्ग विवि डॉ. सीएल देवांगन ने बताया कि विवि में कुलपति व अधिकारियों की बैठक हुई है। जल्द स्थाई समिति की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें डीन अपनी राय देंगे। उसके बाद ही अंक देने का सिस्टम तैयार होगा। तीन विकल्प दिए गए हैं, उनमें से दो को विवि चुनेगा।

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