बंद किया आरटीइ का पोर्टल संचालनालय ने फिलहाल आरटीइ के पोर्टल को बंद कर दिया है। जिला शिक्षा विभाग को आगामी आदेश तक कोई कार्रवाही नहीं करने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि संचालनालय सॉफ्टवेयर को नए सिरे से तैयार कराने के बाद ही लॉटरी दोबारा से शुरू कराएगा, इसमें अब और कितना समय लगेगा, इसको लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई है। संचालनालय ने पहली बार सॉफ्टवेयर के जरिए लॉटरी निकालने की व्यवस्था की थी, जिसमें बुरी तरह से फेल हो गए। इससे पालक और बच्चों का बड़ा नुकसान हुआ।
1575 बच्चे सीधे हुए प्रभावित पहले चरण की लॉटरी में १५७५ बच्चों के प्रवेश लॉटरी से निकाले गए थे। इतनी बड़ी संख्या में बच्चे परेशान हुए। अब यह जरूरी नहीं है कि सॉफ्टवेयर में सुधार के बाद इन बच्चों को उसी क्रम में प्रवेश मिलेगा या नहीं। फिलहाल तो पूरी प्रक्रिया ही स्थगित कर दी गई है।
इस तरह सॉफ्टवेयर ने दिया दगा तकियापारा शासकीय उ.मा शाला नोडल के तहत आने वाले महावीर जैन स्कूल की 20 सीटों के लिए फस्र्ट ऑप्शन की लॉटरी हुई जिसमें पहली 20 सीटों पर बच्चों के नाम शो हो गए। जिन बच्चों के नाम आए उनके पैरेंट्स खुश हुए और नोडल ने नाम भी नोट कर लिया, लेकिन कुछ देर बाद दोबारा क्लिक किया तो 11 बच्चों के नाम बदल गए और दूसरे नाम आ गए।
सहायक संचालक अमित घोष ने कहा कि आरटीइ के पोर्टल को सुधारा जा रहा है। संचालनालय ने लॉटरी पर रोक लगाई है। प्रथम चरण की लॉटरी भी अमान्य मानी जाएगी। प्रक्रिया नए सिरे से होगी। नए आदेश तक प्रक्रिया बंद करने निर्देश मिले हैं।