प्रबंधन ने कानपुर से टीम को पत्र लिखकर बुलाया बीएसपी ने स्लैग कास्टर को ब्लूम कास्टर में तब्दील किया है। राइट्स ने इससे उत्पादन करने से पहले आरडीएसओ से अप्रूवल करवाने कहा है। इसके बाद से इस ब्लूम कास्टर से उत्पादन बंद कर दिया गया है। प्रबंधन ने कानपुर से टीम को पत्र लिखकर बुलाया है।
किया गया है मॉडिफाइ
भारतीय रेलवे के बढ़ती रेलपांतों की मांग को ध्यान में रखते हुए एसएमएस-2 ने अपने एक स्लैब कास्टर-3 को ब्लूम कास्टर में मॉडिफाइ करने का फैसला प्रबंधन ने लिया। इसे तय समय पर पूरा करने योजना तैयार की गई। अधिकारियों ने उपकरणों व कार्यों की सूची तैयार की। माइक्रो प्लान बनाकर १४ दिनों में इसे पूरा करने का फैसला किया गया। इस काम को 12 जनवरी में शुरू किए और 26 जनवरी में पूरा कर लिए। इस मॉडिफिकेशन का परीक्षण किया गया। बावजूद इसके अप्रूवल के नाम पर उत्पादन रोका गया है।
भारतीय रेलवे के बढ़ती रेलपांतों की मांग को ध्यान में रखते हुए एसएमएस-2 ने अपने एक स्लैब कास्टर-3 को ब्लूम कास्टर में मॉडिफाइ करने का फैसला प्रबंधन ने लिया। इसे तय समय पर पूरा करने योजना तैयार की गई। अधिकारियों ने उपकरणों व कार्यों की सूची तैयार की। माइक्रो प्लान बनाकर १४ दिनों में इसे पूरा करने का फैसला किया गया। इस काम को 12 जनवरी में शुरू किए और 26 जनवरी में पूरा कर लिए। इस मॉडिफिकेशन का परीक्षण किया गया। बावजूद इसके अप्रूवल के नाम पर उत्पादन रोका गया है।
यह है प्रक्रिया
उत्पादन करने वाले उपकरणों में किसी तरह का बदलाव या मॉडिफिकेशन करने के बाद उसमें तैयार जॉब का पहले सेंपल आरडीसीएसआई में भेजा जाता है। वहां उसकी स्प्रिंथ करीब १५ से २० दिनों तक चेक करते हंै। वहां से रिपोर्ट जाता है आरडीएसओ, वहां से रिपोर्ट का क्लिरेंस आता है। इसके बाद जांच की जाती है। टेस्ट पास होने के बाद उत्पादन लगातार होने लगेगा। प्रोसीजर में परिवर्तन करने से पहले आरडीएसओ को मालूम होना चाहिए। वे उसकी जांच करते हैं कि जो बदलाव किए हैं, वह नियम के तहत है या नहीं। उनके मापदंड में जो सही बैठता है, उसे ही पास किया जाता है।
उत्पादन करने वाले उपकरणों में किसी तरह का बदलाव या मॉडिफिकेशन करने के बाद उसमें तैयार जॉब का पहले सेंपल आरडीसीएसआई में भेजा जाता है। वहां उसकी स्प्रिंथ करीब १५ से २० दिनों तक चेक करते हंै। वहां से रिपोर्ट जाता है आरडीएसओ, वहां से रिपोर्ट का क्लिरेंस आता है। इसके बाद जांच की जाती है। टेस्ट पास होने के बाद उत्पादन लगातार होने लगेगा। प्रोसीजर में परिवर्तन करने से पहले आरडीएसओ को मालूम होना चाहिए। वे उसकी जांच करते हैं कि जो बदलाव किए हैं, वह नियम के तहत है या नहीं। उनके मापदंड में जो सही बैठता है, उसे ही पास किया जाता है।
पहले भी कर चुके मॉडिफिकेशन
ब्लूम कास्टर-4 भी पहले स्लैब कास्टर था, जिसको बदलकर ब्लूम कास्टर बनाए थे। इसके लिए भी आरडीएसओ से अप्रूवल लिया गया था। इसके बाद ही उत्पादन शुरू किया गया। इस वजह से प्रबंधन को उम्मीद है कि इस ब्लूम कास्टर को अप्रूवल मिल जाएगा।
ब्लूम कास्टर-4 भी पहले स्लैब कास्टर था, जिसको बदलकर ब्लूम कास्टर बनाए थे। इसके लिए भी आरडीएसओ से अप्रूवल लिया गया था। इसके बाद ही उत्पादन शुरू किया गया। इस वजह से प्रबंधन को उम्मीद है कि इस ब्लूम कास्टर को अप्रूवल मिल जाएगा।
एक लाख टन टारगेट
बीएसपी को 1 लाख टन रेलपांत उत्पादन करने का टारगेट मिला है। ब्लूम कास्टर तीनों ही काम करते हैं, तो यह टारगेट बेहद आसान होता। एक अप्रूवल व दूसरा तकनीकि दिक्कत की वजह से बंद है।
बीएसपी को 1 लाख टन रेलपांत उत्पादन करने का टारगेट मिला है। ब्लूम कास्टर तीनों ही काम करते हैं, तो यह टारगेट बेहद आसान होता। एक अप्रूवल व दूसरा तकनीकि दिक्कत की वजह से बंद है।