scriptमुख्यमंत्री भूपेश के स्कूल में पढऩे वाले प्रो. वर्मा दूसरी बार बने CSVTU के कुलपति, 17 लोगों की रेस में निकले सबसे आगे | Professor MK Verma becomes the new Vice Chancellor of CSVTU | Patrika News

मुख्यमंत्री भूपेश के स्कूल में पढऩे वाले प्रो. वर्मा दूसरी बार बने CSVTU के कुलपति, 17 लोगों की रेस में निकले सबसे आगे

locationभिलाईPublished: Oct 06, 2019 11:08:52 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU Bhilai) की कमान कुलपति डॉ. एमके वर्मा ही संभालेंगे। राजभवन ने शनिवार को उनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया।

मुख्यमंत्री भूपेश के स्कूल में पढऩे वाले प्रो. वर्मा दूसरी बार बने CSVTU के कुलपति, 17 लोगों की रेस में निकले सबसे आगे

मुख्यमंत्री भूपेश के स्कूल में पढऩे वाले प्रो. वर्मा दूसरी बार बने CSVTU के कुलपति, 17 लोगों की रेस में निकले सबसे आगे

भिलाई. छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (Chhattisgarh Swami Vivekanand Technical University)की कमान कुलपति डॉ. एमके वर्मा (CSVTU vice chancellor mk verma) ही संभालेंगे। राजभवन ने शनिवार को उनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया। इस तरह प्रो. वर्मा दूसरी बार सीएसवीटीयू के कुलपति बने हैं। राजभवन ने सीएसवीटीयू कुलपति पद के लिए 24 जुलाई तक आवेदन मंगवाए थे, जिसमें 17 आवेदन मिले। इसमें से दो प्रदेश के निजी इंजीनियरिंग कॉलेजोंं (engineering colleges) के प्राचार्य और डायरेक्टर ने भी आवेदन किए थे। चयन के लिए 18 अगस्त को राजभवन में बैठक हुई थी। चयन समिति ने आवेदनों की जांच के बाद 3 नाम राज्यपाल (कुलाधिपति) को सौंप दिए। इसमें एक नाम प्रो. वर्मा का भी था।
पत्रिका ने पहले ही दे दिए थे संकेत
कुलपति चयन समिति की बैठक के बाद से ही राजभवन के सूत्रों से प्रो. वर्मा को दोबारा मौका देने के कयास लगाए जा रहे थे। पत्रिका ने सबसे पहले खबर प्रकाशित कर बताया था कि विवि के कुलपति का नाम लिफाफे में बंद हो चुका है। इसमें प्रो. वर्मा अपने अनुभव व एकेडमिक पकड़ की वजह से सबसे आगे बने हुए हैं। उनका कार्यकाल बढ़ाए जाने की संभावना अधिक है।
आदेश में एक महीना
राजभवन में हुई कुलपति चयन समिति की बैठक के बाद 19 अगस्त को दावेदार का नाम लिफाफे में बंद हो चुका था। प्रो. वर्मा ने प्रथम कार्यकाल के रूप में विवि की बागडोर 3 सितंबर 2015 को संभाली थी। 30 सितंबर 2019 को कार्यकाल समाप्त हो गया था।
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