जिनको मंत्री बनाया जा रहा है उन्हें फोन से सूचना दे दी गई बता दें कि छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। मंत्रियों की सूची बन गई है और कांग्रेस हाईकमान की मुहर भी लग चुकी है। अब सिर्फ शपथ ग्रहण शेष है। कांग्रेस की मानें तो राज्यपाल से समय मिलने के बाद 25 और 26 को शपथग्रहण हो सकता है। यह भी चर्चा हैं कि जिनको मंत्री बनाया जा रहा है उन्हें फोन से सूचना दे दी गई है। सूचना के साथ ही इसे खुलासा नहीं करने और शपथ ग्रहण होते तक नाम गोपनीय रखने कहा गया है। इससे दौड़ में शामिल और नाम फाइनल होने वाले विधायकों को भी और कौन मंत्री बन रहे हैं इसकी खबर नहीं है।
मंत्रियों की संख्या घटी तो भी संभाग का दबदबा
2003 में दूसरे विधानसभा चुनाव के बाद मंत्रियों की संख्या सीमित कर दी गई। तब भी डॉ. रमन सिंह के मंत्रिमंडल में उनके साथ संभाग 4 मंत्री रहे। रमन सरकार के मंत्रिमंडल में हेमचंद यादव जल संसाधन मंत्री, रजिन्दर सिंह भाटिया परिवहन मंत्री, प्रेमप्रकाश पांडेय विस अध्यक्ष रहे।
पिछले दो कार्यकाल में भी तीन-तीन मंत्री 2008 में सीएम व हेमचंद यादव (जल संसाधन), दयाल दास बघेल (संस्कृति) मंत्री और विजय बघेल, कोमल जंघेल संसदीय सचिव बने। 2013 में प्रेमप्रकाश पांडेय, दयाल दास बघेल, रमशीला साहू मंत्री और लाभचंद बाफना, मोतीराम चंद्रवंशी संसदीय सचिव बनाए गए।
आठ मंत्री और दो आयोग के अध्यक्ष रहे
मध्यप्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जोगी की सरकार में संभाग के नेताओं का जबरदस्त दखल रहा। तब संभाग से 8 मंत्री व 2 आयोग के अध्यक्ष बनाए गए। भूपेश बघेल (राजस्व), ताम्रध्वज साहू (शिक्षा राज्यमंत्री), डेरहू प्रसाद धृतलहरे (वन), रविन्द्र चौबे (उच्च शिक्षा), बदरूद्दीन कुरैशी (राज्यमंत्री), धनेश पाटिला, गीता देवी सिंह (महिला व बाल विकास), मोहम्मद अकबर (विधि-विधायी) को मंत्री की जिम्मेदारी मिली थी। वहीं अरुण वोरा युवा आयोग व घनाराम साहू किसान आयोग के अध्यक्ष बनाए गए थे।