दफ्न हो गए सारे हिसाब
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निकुम में शार्ट सर्किट की घटना की वजह से सारे हिसाब दफ्न हो गए हैं। जिसमें वित्तीय वर्ष 2014-15, 2015-16, 2016-17, 2017-18, 2018-19, 2019-20, 2020-21, 2021-22 के समस्त बिल ब्हाउचर, नोटशीट, कैशबुक, एडवांस रजिस्टर, फण्ड प्राप्ति रजिस्टर, फण्ड जारी रजिस्टर, स्टाक रजिस्टर, फिक्स सेट रजिस्टर, चेक जारी रजिस्टर, यूसी एसओई सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र, ग्राम स्वास्थ्य व स्वच्छता समिति जननी सुरक्षा योजना, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जीवनदीप समिति के संपूर्ण दस्तावेज इसमें शामिल हैं।
वाउचर्स भी जलकर हो गए खाक
आगजनी में वित्तीय वर्ष 2021-22 स्टाक रजिस्टर, 1,2,3 पर्मानेंट आर्टिकल रजिस्टर, वाइचर्स भी जलकर खाक हो चुके हैं। इसके साथ-साथ भौतिक वित्तीय वर्ष 2018-19, 2019-20, 2020-21 व 2021-22 का भौतिक रिपोर्ट (एचएमआईएस, एमडीआर रिपोर्ट, सीडीआर रिपोर्ट, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर रिपोर्ट, मानवसंसाधन से संबंधित समस्त दस्तावेज (ज्वाईनिंग लेटर) प्रशिक्षण से संबंधित दस्तावेज समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रम से संबंधित रिपोट व दस्तावेज के साथ-साथ प्रचार-प्रसार से जुड़ी सामग्री भी आग की जद में आकर खाक हो चुकी है।
नहीं बच पाए कम्प्यूटर
आगजनी में कम्प्यूटर, टेबल, चेयर, आलमारी, व कार्यालय में मौजूद अन्य सामान भी प्रभावित हुआ है। इसके अलावा प्रचार-प्रसार सामग्री में बैनर, पोस्टर, स्टीकर, बुजुर्गों के स्वास्थ्य स्लीप, ओपीडी पर्ची, पीएमएसएमए बोर्ड भी जल चुके हैं। जो सामान बच गए थे, वह आग बुझाने के दौरान उपयोग किए गए पानी से नष्ट हो चुके हैं।
उठ रहे सवाल
अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जो खर्च कोरोनाकाल या उसके पहले और बाद में किए थे, उसके दस्तावेज किसी दूसरे दफ्तर में भी सही सलामत है या सिर्फ एक ही कॉपी था जो अब जलकर राख हो चुका है। विभाग ने कितने वाहन कहां लगाए, कितने दवा कहां बांटे, वैक्सीन व दूसरी जानकारी भी सिर्फ एक ही थी। यह सारे सवाल उठ रहे हैं।
बिजली गुल होकर आने के बाद लगी आग
डॉक्टर देवेंद्र बेलचंदन, बीएमओ, निकुम क्षेत्र में सुबह 7.30 बजे बिजली गुल हुई थी, इसके कुछ देर बाद बिजली आ गई। तब शार्ट सर्किट से आग लगी और सारे रिकार्ड उसके जद में आ गए। जिसकी सूचना चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर और गांव के सरपंच को दी गई।