150 बेड के साथ 24 टायलेट भी
छत्तीसगढ़ मुस्लिम फ्रंट के हॉजी अब्दुल कलाम खान ने बताया कि दो मंजिला मदरसा में छात्राएं पढ़ाई करती हैं। इस वक्त कोरोना महामारी की वजह से मदरसा पूरी तरह से खाली है। तब इसका उपयोग आम लोगों के हक में लेने का फैसला किया गया। यह सेक्टर-6 में सड़क-35 और 36 के मध्य मौजूद है। जिसमें 150 बेड और 24 टायलेट भी है। सीएमएचओ से मिलकर चर्चा हुई है। यहां दो चिकित्सक और ४ पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात करने की बात कही गई है। प्रदेश में समाज की ओर से यह पहली बड़ी पहल है।
बीएसपी प्रबंधन से सहयोग
उन्होंने कहा कि कोरोना केयर सेंटर को आम लोगों के लिए निशुल्क रखा गया है, इस लिए बीएसपी प्रबंधन से भी इसमें मदद की गुजारिश की जाएगी। जिससे यह काम बेहतर तरीके से किया जाए। यहां ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधा भी की जा रही है।
526 बेड को कोरोना के लिए आरक्षित करने की तैयारी
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को एक ही स्थान पर कोरोना जांच कराने में हो रही तकलीफ को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन ने अब तीन स्थानों पर कोरोना जांच करने का फैसला लिया है। पत्रिका ने कर्मियों को किस तरह से परेशानी हो रही है, उसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद बीएसपी ने यह अहम फैसला लिया है। बीएसपी के सीईओ ने कर्मियों के हित में इसके साथ-साथ एक और बड़ा फैसला किया है। जिसमें सेक्टर-9 अस्पताल के 526 बेड को कोरोना के लिए फिलहाल आरक्षित करने की तैयारी की है। जिससे बीएसपी कर्मियों को निजी अस्पताल में धक्का न खाना पड़े।
अब इन स्थानों पर होगी जांच
कोरोना की जांच अब तक पुराने चेस्ट वार्ड में ही हो रही थी। जिसकी वजह से तीन-तीन दिनों तक चक्कर काटने के बाद लोगों का कोरोना जांच हो पा रहा था। अब यह जांच मानसिक रोगियों के लिए जहां अस्पताल है, वहां भी की जाएगी। इसके साथ-साथ बीएसपी में भी इसकी जांच होगी। इस तरह से बीएसपी ने तीन स्थानों पर जांच कराने के लिए फैसला लिया है।
सेक्टर-9 के 526 बेड को किया जा रहा कोरोना के लिए आरक्षित
पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 में करीब 835 से अधिक बेड हैं। जिसमें से 526 बेड को कोरोना के लिए आरक्षित करने की तैयारी चल रही है। कोरोना जिस तरह से महामारी के तौर पर सामने आ रही है, उसको देखते हुए प्रबंधन ने इस दिशा में पहल करने जा रही है। इससे बीएसपी के कर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी। वर्तमान में वे निजी अस्पतालों में बेड तलाश रहे हैं और बेड नहीं मिल रहा है। अब कोरोना के लिए इतने बेड तय किए जाने के बाद कर्मचारियों को बेड के नाम पर भटकना नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं समय पर इलाज भी हो पाएगा। भिलाई . लाल बहादुर शास्त्री शासकीय अस्पताल, सुपेला में नए आइसोलेशन वार्ड को शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा आधे हिस्से में बेड को बढ़ाया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक मरीजों को यहां दाखिल किया जा सके। वर्तमान में जिस तरह से अस्पतालों में बेड की किल्लत है, वैसे में सरकारी अस्पताल में अगर ऑक्सीनज के साथ बेड तैयार कर लिया जाता है तो मरीजों के लिए बेहतर होगा। अस्पताल प्रबंधन ने इसमें काम करने के लिए चिकित्सकों और कर्मियों की ड्यूटी लगा दी है।
पहले दिन ही दाखिल किए गए दर्जनभर मरीज
शास्त्री अस्पताल में आइसोलेशन बेड शुरू किए जाने के साथ-साथ मरीजों के आने व दाखिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। सांस में तकलीफ वाले बहुत से मरीज यहां पहुंच रहे हैं। इसके साथ-साथ मरीजों की देख रेख करने टीम को तैनात किया गया है। अस्पताल के पहले मंजिल में दो कमरों में इन वार्डों को शुरू किए हैं।
लगाए जा रहे नए बेड भी
अस्पताल के जिस कक्ष में आइसोलेशन वार्ड शुरू किए हैं। उसके आधे हिस्से में नए बेड लगाए जा रहे हैं। यहां लाइटिंग वगैरह की व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। इसके अलावा ऑक्सीजन पाइप लगाने का काम भी चल रहा है। शास्त्री अस्पताल में 25 बेड का आइसोलेशन वार्ड शुरू किया गया है। जो आने वाले समय में मरीजों के लिए बड़ा मददगार साबित होगा।
आइसोलेशन वार्ड के लिए स्टाफ तय
शास्त्री अस्पताल के लिए इस नए आइसोलेशन वार्ड के लिए स्टॉफ नर्स के तौर पर विदिशा पॉल, वर्षा सौरभ सिंह, प्रतिमा मार्टिन, आशा चौधरी, अल्का गायकवाड़, रचना मंडावी, मनीषा चंद्राकर, दीपा सिंह, वार्ड ब्वॉय में डोमेश्वर प्रसाद, निवेल मसीह, रणवीर सिंह के अलावा स्वीपर में बी धनराजू, सुखदेव सिर मौर, काशी प्रसाद, सरोजनी और महादेव पटेल शामिल हैं। जीवनदीप समिति से रखे गए कर्मियों को अस्पताल प्रबंधन कलेक्टर दर पर भी वेतन भुगतान नहीं कर रहा है और हर जगह उनसे ड्यूटी ली जा रही है।