मृतक के भाई के.जगदीश ने बताया कि घर वाले मंलगवार सुबह 10 बजे के आसपास मृतक को नारियल पानी पिलाया। उसने बात भी की और कुछ देर बाद अचानक अस्पताल प्रबंधन ने मुंह में पाइप लगा दिया और दवा लाने कहा। दवा लेकर आए तब तक मौत होने की जानकारी दी। यह कैसे हो सकता है। जब अस्पताल में परिवार, दोस्तों ने हंगामा किया तब अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि मृतक को 17 और 21 सितंबर को कार्डियक अरेस्ट आया था। आज भी आया और उसकी मौत हो गई। यह बात सही नहीं लग रहा है, क्योंकि कार्डियक अरेस्ट की बात प्रबंधन ने परिजनों को क्यों नहीं बताया।
जगदीश ने बताया कि सबसे पहले बीएसपी में 2 सितंबर को कोरोना टेस्ट करवाया जिसमें रिपोर्ट नेगेटिव आया। इसके बाद हाईटेक अस्पताल में दाखिल किया गया। यहां कोविड मरीजों के साथ रखकर वही उपचार किया जाने लगा। सवाल उठता है कि आखिर उन मरीजों के साथ रहकर व्यक्ति संक्रमित होगा या नहीं। इसका नुकसान मरीज को कितना हुआ होगा। दूसरों का वायरस उसके में जाकर उसकी मौत का कारण तो नहीं बना। यह सब साफ होना चाहिए। इस दौरान आरटीपीसीआर टेस्ट करवाए थे, जिसकी रिपोर्ट 20 सितंबर को मिली, जिसमें भाई को कोरोना नेगेटिव है। इस बीच और जांच करवाए या नहीं उसकी रिपोर्ट क्या रही, वह अस्पताल प्रबंधन बता सकता है।
जगदीश ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन 14 सितंबर को मरीज को अब ठीक है कहते हुए वापस सेक्टर-9 रेफर करने वाला था, इसके लिए एंबुलेंस भी बुलवा लिए थे। बाद में फिर मना कर दिया। इस तरह से परिवार वालों के मन में बहुत सारा सवाल है, जिसका जवाब प्रबंधन उनके सामने नहीं दे पा रहा है। इस वजह से वे नाराज हैं।
मृतक की कोरोना जांच नेगेटिव है, इस वजह से पोस्टमार्टम करने की मांग को पुलिस प्रशासन ने मान लिया है। आज लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला के मारच्र्युरी में पोस्टमार्टम किया जाएगा। जिसके बाद मौत की असली वजह साफ हो जाएगी।
स्मृति नगर पुलिस के मुताबिक परिजनों ने शिकायत की है कि लापरवाही की वजह से मौत हुई है। मृतक को 4 सितंबर को बीएसपी के सेक्टर-9 अस्पताल से रेफर किया गया था। डॉक्टर का कहना है कि उसकी हालत नाजुक थी, वेटिंलेटर पर ही यहां लेकर आए थे। अब शिकायत की जांच की जाएगी और असल जांच तो मेडिकल बोर्ड ही करता है। यह मामला उनके जांच का है।
डॉक्टर प्रतीक कौशिक, बीएसआर हाईटेक हॉस्पिटल, भिलाई ने बताया कि बीएसपी कर्मचारी के अप्पा राव को जब से लेकर आए थे, वह वेटिंलेटर में ही थे। हालत उनकी अच्छी नहीं थी। उनका लंग्स 23 फीसदी इंफेक्टेट था। दो बार पहले भी कार्डियक अरेस्ट आया था। आज भी कार्डियक अरेस्ट से ही उनकी मौत हो गई। इसके संबंध में परिवार को पहले भी जानकारी दी गई थी। कोरोना जांच रिपोर्ट उसकी नेगेटिव आई थी।