सेल के भिलाई स्टील प्लांट ने 2015-16 में रावघाट आयरन ओर माइंस परियोजना क्षेत्र में लोगों के विकास के लिए अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों के तहत डीएवी रावघाट इस्पात सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल की स्थापना की थी।
ब्लॉक-अंतागढ़ में सीबीएसई स्कूल (नर्सरी से 12 तक) जो कि 2015-16 में 59 छात्रों के साथ शुरू हुआ था, वर्तमान में 205 आदिवासी बच्चों को मुफ्त में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहा है। जिसमें 106 लड़के व 99 लड़कियां शामिल हैं। 70 से अधिक छात्रों (35 लड़कों और 35 लड़कियों) का अगला बैच शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रवेश लेने की प्रक्रिया प्रगति पर है। प्रबंधन सभी छात्रों को मुफ्त शिक्षा, स्कूल यूनिफॉर्म, स्टेशनरी, जूते, दैनिक पिक एंड ड्रॉप बस सुविधा, नाश्ता और मध्यान्ह-भोजन, उपयोगिता किट दे रहा है।
इनमे आने वाले छात्र रावघाट माइंस क्षेत्र के 22 बफर जोन गांवों से आते हैं, जो कि कांकेर और नारायणपुर से आते है जो कि राज्य के अत्यधिक माओवादी प्रभावित जिला है। भारत सरकार ने इनको विकास पर विशेष जोर देने के लिए इन्हें एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट के रूप में सूचीबद्ध किया।
बीएसपी ने जिन बच्चों का चयन किया है, उनमें नारायणपुर जिले के खोड गांव, खडका गांव, बिंजली, सुपगांव, अंजारेल, केरलापाल, भरंडा, टेमरुगांव, परालभाट, कनेरा, खैराभाट व कांकेर जिले के गरिया गांव, भैया सालेभाट, फूलपाढ, भैसगांव, आतुरबेड़ा, तालाबेडा, कोलार, मंगत सालेभाट, कुम्हारी, पाडर गांव और घोटिया गांव।