scriptभारत 2030 तक करने लगेगा 300 मिलियन टन स्टील का उत्पादन | India to start 300 million tonnes of steel production by 2030 | Patrika News

भारत 2030 तक करने लगेगा 300 मिलियन टन स्टील का उत्पादन

locationभिलाईPublished: Oct 14, 2019 08:51:12 pm

Submitted by:

Abdul Salam

भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा 2030 तक भारत सरकार की योजना के अनुरूप स्टील उत्पादन को 300 मिलियन टन तक ले जाना है.

सेल 2030 तक करने लगेगा 300 मिलियन टन उत्पादन

सेल 2030 तक करने लगेगा 300 मिलियन टन उत्पादन

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि सेल का एक शानदार अतीत और एक उज्ज्वल भविष्य है। कंपनी जो अतीत में देश में औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास की रीढ़ रही है, अब 2030 तक भारत सरकार की योजना के अनुरूप स्टील उत्पादन को 300 मिलियन टन तक ले जाना है। इसे साकार करने में सभी को बड़ी भूमिका निभानी है।
बीएसपी के पास बहुत कुछ
भिलाई टाउनशिप में पर्याप्त भूमि मौजूद है। वहीं हमारे पास कच्चे माल की उपलब्धता के साथ-साथ उत्कृष्ट मानव संसाधन भी उपलब्ध है। जैसा कि एकमात्र महारत्न को प्रतिस्पर्धी माहौल में काम करना होता है, सेल में काम करने वाले सभी को न केवल कड़ी मेहनत करनी होती है। बल्कि स्मार्ट वर्क भी करना पड़ता है। सभी आधुनिक व्यावसायिक उपकरण हैं और इसलिए इस संगठन में सीखने के पर्याप्त मौका मिलेंगे। सीईओ ने एमटीए से आग्रह करते हुए कहा कि वे हमेशा यह सोचें कि अपने संगठन को अधिक से अधिक लाभदायक बनाने में किस प्रकार से योगदान दे सकते हैं। अपने संबंधित विषयों में काम करते समय किसी भी नए विचारों को व्यवहार में लाने में संकोच नहीं करना चाहिए।
सेल के निदेशक ने किया कार्यक्रम का उद्धाटन
बीएसपी के भिलाई निवास के बहुद्देशीय सभागार में प्रबंध प्रशिक्षु प्रशासन (एमटीए)-2019 बैच के सेंट्रल इंडक्शन कार्यक्रम हुआ। इसका उद्धाटन मुख्य अतिथि सेल के निदेशक, कार्मिक अतुल श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अनिर्बान दासगुप्ता, मैनेजमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, रांची के कार्यपालक निदेशक, एचआरडी कामाक्षी रमण मौजूद थे।
54 हो रहे हैं शामिल
सेंट्रल इंडक्शन कार्यक्रम के माध्यम से सेल परिवार में 54 प्रबंध प्रशिक्षु, प्रशासन शामिल हो रहे हैं। इनके 10 दिन के इस कार्यक्रम के बाद सेल के विभिन्न इकाइयों में पदस्थापना की जाएगी। जिनमें भिलाई इस्पात संयंत्र, बोकारो स्टील प्लांट, राउरकेला स्टील प्लांट, दुर्गापुर स्टील प्लांट, आईएसपी बर्नपुर, सेलम स्टील प्लांट, रॉ मटेरियल डिवीजन, सेंट्रल मार्केटिंग ऑर्गनाइजेशन और सेल रिफ्रेक्टरी यूनिट प्रमुख है।
लंबे समय के बाद सेल में एमटीए की भर्ती
इस मौके पर मुख्य अतिथि निदेशक अतुल श्रीवास्तव ने प्रबंध प्रशिक्षुओं से कहा कि लंबे समय के बाद सेल ने एमटीए की भर्ती की है। उम्मीद है कि सभी कंपनी को अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। सेल अपने लोगों में निवेश करने में विश्वास करता है। आपके समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतिफल मिलेगा। सेल एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है और सभी से आशा है कि अपने कार्य क्षेत्रों में जोश व जुनून के साथ काम करने के लिए तत्पर रहेंगे। उन्होंने नवागंतुकों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि संगठन आपके केयर के लिए प्रतिबद्ध है।
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