भिलाई

सहकारी बैंक में घोटाला : कोई पर्ची न एंट्री जब मांगो बैंककर्मी देता था रुपए

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग की निपानी शाखा में खाताधारक किसानों के साथ बड़ा खेल हो गया है। हैरत की बात यह है कि लंबे समय से चल रहे धोखाधड़ी के इस खेल की जानकारी प्रबंधन को नहीं हुई। खुलासा तब हुआ जब कुछ किसानों ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके खातों से लाखों रुपए पार हो गए हैं। मामले की जांच शुरू हुई और बैंक का पूरा स्टाफ निलंबित कर दिया है। कई के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।

भिलाईMar 03, 2022 / 08:46 am

Shiv Singh

निपानी ब्रांच में घोटाले की खबर सुनकर बैंक पहुंची बुजुर्ग महिलाएं।

शिव सिंह
भिलाई/बालोद. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग (Jila Sahakari Kendriya Bank Maryadit, Durg ) की निपानी ब्रांच में किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी से बैंकिंग नियमों की हो रही अनदेखी करने का बड़ा खुलासा हुआ है। बालोद के किसानों का विश्वास के तोडऩे वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी तो दर्ज कर ली गई है लेकिन इसे सेंसटिव केस बताया जा रहा है जबकि पीडि़त किसान रकम वापसी के लिए बैंक के दरवाजे पर खड़े हैं। धोखाधड़ी के दायरे को देखते हुए बैंक प्रबंधन ने फॉरेंसिक ऑडिट कराने का निर्णय लिया है।
लाखों की धोखाधड़ी का यह मामला जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग ( Jila Sahakari Kendriya Bank Maryadit, Durg ) की बालोद जिले की निपानी शाखा का है। किसानों ने यह मानकर बैंक में अपनी गाढ़ी कमाई जमा की थी कि यहां सुरक्षित रहेगी लेकिन यहां तो रखवाला ही चोर निकला। हालांकि जांच अभी जारी है। पत्रिका ने किसानों से धोखाधड़ी करने के आरोपी बालोद जिले की निपानी ब्रांच के तत्कालीन मैनेजर और कैशियर सहित अन्य कर्मचारियों के बारे में पड़ताल की। कई पीडि़त किसानों ने बताया कि एक बैंक कर्मी तो बिना निकासी पर्ची के ही जरूरत के हिसाब से पैसा दे देता था। उसकी जेब में हर वक्त मोटी रकम रहती थी और किसानों को अपनी मीठी-मीठी बातों में ऐसा फंसाता था कि उस पर हद से ज्यादा भरोसा करने लगे। भरोसा ऐसा कि खाताधारक पासबुक में एंट्री तक नहीं कराते और कैशियर अपने मुताबिक एंट्री करते या फिर मौखिक ही बोल देते। बैंकिंग नियमों के अनुसार विड्राल और डिपॉजिट पर्ची का उपयोग नहीं कि या जा रहा था और न ही बैंक के बड़े अधिकारियों ने खाताधारकों की समस्याओं और शिकायतों का समाधान करने का कोई ठोस मैकेनिज्म ही विकसित किया गया।
ऑडिट में भी नहीं पकड़ी गई गड़बड़ी
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग (Jila Sahakari Kendriya Bank Maryadit, Durg ) की निपानी शाखा में आर्थिक अनियमितता लाखों में हुई है। यह राशि बढ़ भी सकती है,क्योंकि अभी जांच जारी है। बैंकिंग नियमों के अनुसार नियमित अंतराल पर ब्रांच का ऑडिट किया जाता है। इसके लिए इंटरनल ऑडिट की सख्त व्यवस्था होती है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार होती है। बैंक का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और शासन के अधिकारी भी अपने स्तर से सहकारी बैंकों के कामकाज पर नजर रखते हैं।
5600 खाताधारक हैं
Jila Sahakari Kendriya Bank Maryadit, Durg निपानी शाखा में 5600 खाताधारक हैं। यह ब्रांच आसपास के गांवों सेवा सहकारी समितियों के सदस्यों को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करती है। इनमें फसली ऋण देने के अलावा शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में भी बैंक बड़ी भूमिका निभाती है।
409 किसानों ने दिए आवेदन
Jila Sahakari Kendriya Bank Maryadit, Durg की निपानी शाखा में गड़बड़ी की शिकायतों की जांच होते ही किसानों में हड़कंप मचा हुआ है। अब तक 459किसानों अपने खातों से रकम पार करने की शिकायत करते हुए आवेदन दिए हैं। जांच के दायरे में 409 खाते हैं। इनमें से 58 खातों की जांच हो रही है और अब तक 5 खातों में राशि आई है। बैंक प्रबंधन जांच के बाद पीडि़त किसानों के खातों में राशि वापस करने की बात कह रहा है।
वर्सन
प्राथमिकी दर्ज, जांच करा रहें
जिन लोगों ने गड़बड़ी की है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। अभी तक पांच खाताधरकों के खाते में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। उनके खाते में 18 लाख रुपए जमा करा दिया गया है। खातों में गड़बड़ी की वास्तविक जानकारी के लिए फारेंसिक ऑडिट करवाने का निर्णय लिया गया है। उसके बाद जिनके खाते में गड़बड़ी मिलेगी उनके खाते में रकम डाल दी जाएगी।
जवाहर वर्मा, अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या. दुर्ग

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