इधर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ने डेंगू के मुफ्त इलाज करने वाले अस्पतालों की सूची जारी की है। जिले के 14 अस्पतालों में डेंगू बुखार के मरीजों का इलाज होगा। जांच के दौरान मरीज को भर्ती करने की आवश्यकता पडऩे पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में स्थित कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे। इसके बाद आईसीयू सुविधा वाले जिले के चिन्हाकिंत चार अस्पतालों स्पर्श हॉस्पिटल सुपेला रामनगर , चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल हॉस्पिटल, बीएम शॉह हॉस्पिटल और सीएम मेडिकल कॉलेज कंचादुर में गंभीर मरीजों को भर्ती कराया जाएगा।
खुर्सीपार गिंदौड़ी देवी हॉस्पिटल, पॉवर हाउस प्रज्ञा नर्सिंग होम, करूणा हॉस्पिटल, जन कल्याण हॉस्पिटल, शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी, भिलाई नर्सिंग होम, एसआर हॉस्पिटल चिखली, प्रदीप हॉस्पिटल चिखली, सूरज नर्सिंग होम कोहका, एसएस हॉस्पिटल छावनी, अंबे हॉस्पिटल भिलाई, रिवाइवल हॉस्पिटल सुपेला, साईं ज्योति हॉस्पिटल भिलाई तीन और ज्योति हॉस्पिटल चरोदा।
चिकित्सकों ने चिकनगुनिया फैलने की आशंका जताई है। चिकित्सकों का कहना है कि सेप्टिक टैंक से गैस निकलने वाली पाइप से मच्छर अंदर घूस रही है। टंकियों में अंडा दे रही है। यदि इसे पनपने से नहीं रोका गया तो चिकनगुनिया की फैलने की आशंका बढ़ जाएगी।
डेंगू पीजीटिव 64
नए भर्ती 95
डिस्चार्ज 78
शहर से बाहर रेफर 20
हॉस्पिटल में इलाज 294
आईसीयू में इलाज 09
अब तक भर्ती 3290
इलाज के बाद स्वस्थ हुए 2912
अब तक डेंगू से कुल मौत 37 यह भी देखने मिल रहा
डेंगू, मलेरिया के बाद अब चिकनगुनिया के वायरस एक्टिव होने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन के आदेश का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। डेंगू नियंत्रण दल और सर्वे करने वाले कर्मचारियों से दुव्र्यहार करने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।