क्या है दिक्कत
बीएसपी के सेक्टर-9 अस्पताल में ओपीडी के दौरान करीब 350 कर्मचारी ड्यूटी करते हैं। यह कर्मचारी सुबह 8 से शाम 4.30 बजे तक अब तक ड्यूटी कर रहे थे। प्रबंधन ने ड्यूटी समय इस वजह से बदला था ताकि कर्मचारी बार-बार अपने घर जाए न और परिवार सुरक्षित रहे। अब कर्मचारी सुबह ८ बजे ड्यूटी आएगा और दोपहर 1.30 बजे घर जाएगा। तब उसे परिवार के साथ भोजन करने के लिए कपड़े अलग कर नहाना होगा। जिससे परिवार संक्रमित न हो। वहीं फिर वह शाम 4 बजे ड्यूटी पर लौटेगा। इसके बाद शाम 6.30 बजे फिर से घर जाएगा, तब उसे पुन: नहाना होगा ताकि उसके परिवार को संक्रमित होने से बचाया जा सके। इस तरह से यह सारे कर्मचारियों के लिए नई परेशानी हो गई है।
10,000 सेवानिवृत्ति कर्मियों को भी दिक्कत
सेक्टर-9 अस्पताल के ओपीडी में आने वालों में अधिकतर पूर्व कर्मचारी और अधिकारी हैं। ठंड के समय में अगर सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक ओपीडी जारी रहे, तो इन बुजुर्ग पूर्व कर्मियों को शाम होने से पहले घर जाने मिल जाएगा। वहीं अगर समय बदल जाता है, तब उनको शाम में ठंड के समय अस्पताल आना होगा। दस हजार से अधिक पूर्व बीएसपी कार्मिकों और उनके परिवार की सुविधा को ध्यान में रखा जाए तो अभी समय बदलने का कोई औचित्य नहीं है।
कोविड-19 नहीं हुआ है खत्म
सेक्टर-9 के कोविड-19 वार्ड में मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा 21 बेड नए कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू भी तैयार किया गया है। इसके साथ-साथ 20 बेड और बढ़ाने पर विचार चल रहा है। ऐसे समय में कोविड-19 से कार्मिकों की हिफाजत को ध्यान में रखते हुए बदले गए पाली के समय में संशोधन करना कर्मियों को खल रहा है।
यूनियन से शिकायत
इस मामले में अस्पताल के कर्मियों ने प्रतिनिधि यूनियन इंटक के पदाधिकारियों से शिकायत की। जिसके बाद डीजीएस अमिनेश पसीने अपने अन्य पदाधिकारियों के साथ हॉस्पिटल के उच्च प्रबंधन से मिलकर कर्मियों की दिक्कत को उनके सामने रखा है। अस्पताल प्रबंधन ने यूनियन के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया है।