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Video: कितना तड़पी होगी मेरी मासूम बेटी श्रृंखला…और अब डॉ. प्रियंका, मां ने पूछा सरकार से, आखिर कहां है देश में बेटियां सुरक्षित ?

locationभिलाईPublished: Dec 03, 2019 03:01:09 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

नाबालिग श्रृंखला की मां ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके पूछा है कि सरकार बेटियों को सुरक्षित माहौल कब देगी। देश की और कितनी बेटियां, महिलाएं वहशी दरिंदों के चलते जिंदा जलेगी और कब तक। (Bhilai News)
#Justice For priyanka reddy and shrinkhala yadav

Video: कितना तड़पी होगी मेरी मासूम बेटी श्रृंखला...और अब डॉ. प्रियंका, मां ने पूछा सरकार से, आखिर कहां है देश में बेटियां सुरक्षित ?

Video: कितना तड़पी होगी मेरी मासूम बेटी श्रृंखला…और अब डॉ. प्रियंका, मां ने पूछा सरकार से, आखिर कहां है देश में बेटियां सुरक्षित ?

दाक्षी साहू @भिलाई. हमारे खानदान की इकलौती बेटी थी, उसकी एक आवाज सुनकर पूरा परिवार चहक उठता था। रक्षाबंधन, भाईदूज, होली, दिवाली उसके बिना अधूरी थी। 13 जून को घर से ट्यूशन जाते वक्त उस मासूम को समझने तक का मौका नहीं मिला कि एक हत्यारा उसका पीछा कर रहा है। खुद को नाबालिग बताने वाले उस हैवान लड़के ने चंद मिनटों में उसकी ऐसी हालत कर दी कि वो जिंदगी की जंग हार गई। अस्पताल में मेरी 17 साल की मासूम फूल सी बच्ची श्रृंखला के शरीर पर सैकड़ों जख्म के निशान और उसकी अचेत अवस्था का ख्याल आते ही आज भी दिल दहल जाता है। जिस लड़के ने उसे बेरहमी से मारा वो आज जमानत पर रिहा होकर बेखौफ घूम रहा है। ये पीड़ा है मिनी इंडिया भिलाई को पांच महीने पहले झकझोरने वाले श्रृंखला यादव मर्डर केस (Shrinkhala Yadav murder case Bhilai) की पीडि़त मां ममता यादव की।
श्रृंखला की मां ममता कहती है कितना दर्द हुआ होगा जब कुदाल से श्रृंखला के सिर और शरीर पर हमला किया गया होगा। आज आधी आबादी इस डर में जीने मजबूर हो गई हैं कि दिन ढलते ही वो कभी भी, कहीं भी किसी की भी हैवानियत का शिकार हो सकती हैं। बेटियां सही हो या गलत उन्हें इस तरह से मारने का अधिकार किसी को नहीं है। हमें कहते हैं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर देश में बेटियां कहां सुरक्षित है, इसका जवाब सरकार खुद दे। मेरी बेटी की दिनदहाड़े हत्या हो गई। हत्यारे ने सरेआम कबूल कर लिया पर सजा आज तक नहीं मिली उल्टा उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। आज सात साल बाद भी दिल्ली की निर्भया को इंसाफ नहीं मिला है।
प्रियंका को जलता देख हरे हो गए घाव
आंख में आंसू लिए श्रृंखला की मां कहती है कि हैदराबाद में डॉ. प्रियंका रेड्डी (Dr. Priyanka reddy
rape murder case hyderabad) के साथ हैवानियत देखकर एक बार फिर मेरे घाव हरे हो गए हैं। मन बार-बार भर आता है कि मेरी श्रृंखला की तरह डॉ. प्रियंका भी कितना तड़पी होगी जब दरिंदे उसे नोंच रहे होंगे। मैं और मेरे परिवार ने जो दर्द, असहनीय पीड़ा और भय देखा वही आज प्रियंका के माता-पिता और उसका पूरा परिवार भी देख रहा है। श्रृंखला की मां ममता यादव कहती है कि बड़े अरमानों से अपनी बच्ची के उज्जवल भविष्य के लिए लाखों सपने सजाए थे। एक बार फिर देश में बेटियों के साथ दरिंदगी देखकर हर मां-बाप कांप गए हैं। किसके भरोसे अपनी बेटियों को घर से बाहर भेजे।
उठाया बड़ा सवाल, आखिर कहां सुरक्षित हैं बेटियां
हैदराबाद में वेटरनरी डॉ. प्रियंका रेड्डी के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर दिया है। बेटियों के लिए भयभीत माता-पिता खुद से और सरकार से ये सवाल कर रहे हैं कि आखिर हमारी बेटियां कहां सुरक्षित हैं? ऐसा ही एक सवाल श्रृंखला मर्डर केस के पीडि़त परिवार ने भी सरकार से पूछा है। नाबालिग श्रृंखला की मां ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके पूछा है कि सरकार बेटियों को सुरक्षित माहौल कब देगी। देश की और कितनी बेटियां, महिलाएं वहशी दरिंदों के चलते जिंदा जलेगी और कब तक।
Video: कितना तड़पी होगी मेरी मासूम बेटी श्रृंखला...और अब डॉ. प्रियंका, मां ने पूछा सरकार से, आखिर कहां है देश में बेटियां सुरक्षित ?
महज चार महीने में बेटी के नाबालिग हत्यारे के जमानत पर रिहा होने पर न्याय पालिका की कार्य प्रणाली पर भी बड़ा सवाल उठाया है। किसी मासूम का जान लेने वाला कानून की नजर में कैसे नाबालिग हो सकता है। क्यों दुष्कर्म और हत्या जैसे मामलों में त्वरित सुनवाई और सजा नहीं होती। इज्जत के साथ जान गंवाने वाली बेटियां और उनका परिवार कब तक न्याय के लिए कोर्ट के चक्कर काटता रहेगा। इन्हीं सवालों के बीच बेचैन मां ने खुद से एक संकल्प लिया है आने वाले खतरे से बेटियों को जागरूक करने की। ताकि मुश्किल वक्त में महिलाएं और युवतियां कम से कम स्वयं को सुरक्षित रख सके। मरी हुई बेटी के नाम का पम्पलेट हाथ में लेकर एक मुहिम छेड़ी है। जो मेरी बेटी के साथ हुआ वो किसी और के साथ न हो। इसलिए भीड़ और बच्चियों को आपातकालीन नंबर याद करवाती है ताकि फिर कोई परिवार बेटियों से महरूम न हो।
जानिए क्या हुआ था श्रृंखला के साथ उस दिन
भिलाई के रिसाली मैत्रीकुंज पश्चिम निवासी श्रृंखला यादव (17 वर्ष) 13 जून को दोपहर 3 बजे स्कूटी से सिविक सेंटर कोचिंग जा रही थी। तभी पहले से रेकी कर पीछा कर रहे नाबालिग आरोपी ने उसके घर से करीब एक किलोमीटर दूर छत्रपति शिवाजी नगर गांधीपुरम के पास रास्ता रोका और श्रृंखला के सिर पर कुदाली (गार्डन में मिट्टी खोदने वाला औजार) से वार कर दिया। इसके बाद लहूलुहान श्रृंखला को करीब 85 फीट घसीटते हुए एक मकान के पीछे छोड़कर फरार हो गया। जाते- जाते उसका बैग और मोबाइल भी ले गया। दो दिन तक जिंदगी और मौत से जूझती हुई छात्रा ने 15 जून को दम तोड़ दिया। बालिग होने के महज 6 दिन पहले आरोपी ने छात्रा को इसलिए मारा क्योंकि वह छात्रा से एकतरफा प्यार करता था। छात्रा के ना कहने पर उसे सबक सिखाने मार डाला।

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