श्रृंखला की मां ममता कहती है कितना दर्द हुआ होगा जब कुदाल से श्रृंखला के सिर और शरीर पर हमला किया गया होगा। आज आधी आबादी इस डर में जीने मजबूर हो गई हैं कि दिन ढलते ही वो कभी भी, कहीं भी किसी की भी हैवानियत का शिकार हो सकती हैं। बेटियां सही हो या गलत उन्हें इस तरह से मारने का अधिकार किसी को नहीं है। हमें कहते हैं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर देश में बेटियां कहां सुरक्षित है, इसका जवाब सरकार खुद दे। मेरी बेटी की दिनदहाड़े हत्या हो गई। हत्यारे ने सरेआम कबूल कर लिया पर सजा आज तक नहीं मिली उल्टा उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। आज सात साल बाद भी दिल्ली की निर्भया को इंसाफ नहीं मिला है।
आंख में आंसू लिए श्रृंखला की मां कहती है कि हैदराबाद में डॉ. प्रियंका रेड्डी (Dr. Priyanka reddy rape murder case hyderabad) के साथ हैवानियत देखकर एक बार फिर मेरे घाव हरे हो गए हैं। मन बार-बार भर आता है कि मेरी श्रृंखला की तरह डॉ. प्रियंका भी कितना तड़पी होगी जब दरिंदे उसे नोंच रहे होंगे। मैं और मेरे परिवार ने जो दर्द, असहनीय पीड़ा और भय देखा वही आज प्रियंका के माता-पिता और उसका पूरा परिवार भी देख रहा है। श्रृंखला की मां ममता यादव कहती है कि बड़े अरमानों से अपनी बच्ची के उज्जवल भविष्य के लिए लाखों सपने सजाए थे। एक बार फिर देश में बेटियों के साथ दरिंदगी देखकर हर मां-बाप कांप गए हैं। किसके भरोसे अपनी बेटियों को घर से बाहर भेजे।
उठाया बड़ा सवाल, आखिर कहां सुरक्षित हैं बेटियां
हैदराबाद में वेटरनरी डॉ. प्रियंका रेड्डी के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर दिया है। बेटियों के लिए भयभीत माता-पिता खुद से और सरकार से ये सवाल कर रहे हैं कि आखिर हमारी बेटियां कहां सुरक्षित हैं? ऐसा ही एक सवाल श्रृंखला मर्डर केस के पीडि़त परिवार ने भी सरकार से पूछा है। नाबालिग श्रृंखला की मां ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके पूछा है कि सरकार बेटियों को सुरक्षित माहौल कब देगी। देश की और कितनी बेटियां, महिलाएं वहशी दरिंदों के चलते जिंदा जलेगी और कब तक।
हैदराबाद में वेटरनरी डॉ. प्रियंका रेड्डी के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर दिया है। बेटियों के लिए भयभीत माता-पिता खुद से और सरकार से ये सवाल कर रहे हैं कि आखिर हमारी बेटियां कहां सुरक्षित हैं? ऐसा ही एक सवाल श्रृंखला मर्डर केस के पीडि़त परिवार ने भी सरकार से पूछा है। नाबालिग श्रृंखला की मां ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके पूछा है कि सरकार बेटियों को सुरक्षित माहौल कब देगी। देश की और कितनी बेटियां, महिलाएं वहशी दरिंदों के चलते जिंदा जलेगी और कब तक।
महज चार महीने में बेटी के नाबालिग हत्यारे के जमानत पर रिहा होने पर न्याय पालिका की कार्य प्रणाली पर भी बड़ा सवाल उठाया है। किसी मासूम का जान लेने वाला कानून की नजर में कैसे नाबालिग हो सकता है। क्यों दुष्कर्म और हत्या जैसे मामलों में त्वरित सुनवाई और सजा नहीं होती। इज्जत के साथ जान गंवाने वाली बेटियां और उनका परिवार कब तक न्याय के लिए कोर्ट के चक्कर काटता रहेगा। इन्हीं सवालों के बीच बेचैन मां ने खुद से एक संकल्प लिया है आने वाले खतरे से बेटियों को जागरूक करने की। ताकि मुश्किल वक्त में महिलाएं और युवतियां कम से कम स्वयं को सुरक्षित रख सके। मरी हुई बेटी के नाम का पम्पलेट हाथ में लेकर एक मुहिम छेड़ी है। जो मेरी बेटी के साथ हुआ वो किसी और के साथ न हो। इसलिए भीड़ और बच्चियों को आपातकालीन नंबर याद करवाती है ताकि फिर कोई परिवार बेटियों से महरूम न हो।
जानिए क्या हुआ था श्रृंखला के साथ उस दिन
भिलाई के रिसाली मैत्रीकुंज पश्चिम निवासी श्रृंखला यादव (17 वर्ष) 13 जून को दोपहर 3 बजे स्कूटी से सिविक सेंटर कोचिंग जा रही थी। तभी पहले से रेकी कर पीछा कर रहे नाबालिग आरोपी ने उसके घर से करीब एक किलोमीटर दूर छत्रपति शिवाजी नगर गांधीपुरम के पास रास्ता रोका और श्रृंखला के सिर पर कुदाली (गार्डन में मिट्टी खोदने वाला औजार) से वार कर दिया। इसके बाद लहूलुहान श्रृंखला को करीब 85 फीट घसीटते हुए एक मकान के पीछे छोड़कर फरार हो गया। जाते- जाते उसका बैग और मोबाइल भी ले गया। दो दिन तक जिंदगी और मौत से जूझती हुई छात्रा ने 15 जून को दम तोड़ दिया। बालिग होने के महज 6 दिन पहले आरोपी ने छात्रा को इसलिए मारा क्योंकि वह छात्रा से एकतरफा प्यार करता था। छात्रा के ना कहने पर उसे सबक सिखाने मार डाला।
भिलाई के रिसाली मैत्रीकुंज पश्चिम निवासी श्रृंखला यादव (17 वर्ष) 13 जून को दोपहर 3 बजे स्कूटी से सिविक सेंटर कोचिंग जा रही थी। तभी पहले से रेकी कर पीछा कर रहे नाबालिग आरोपी ने उसके घर से करीब एक किलोमीटर दूर छत्रपति शिवाजी नगर गांधीपुरम के पास रास्ता रोका और श्रृंखला के सिर पर कुदाली (गार्डन में मिट्टी खोदने वाला औजार) से वार कर दिया। इसके बाद लहूलुहान श्रृंखला को करीब 85 फीट घसीटते हुए एक मकान के पीछे छोड़कर फरार हो गया। जाते- जाते उसका बैग और मोबाइल भी ले गया। दो दिन तक जिंदगी और मौत से जूझती हुई छात्रा ने 15 जून को दम तोड़ दिया। बालिग होने के महज 6 दिन पहले आरोपी ने छात्रा को इसलिए मारा क्योंकि वह छात्रा से एकतरफा प्यार करता था। छात्रा के ना कहने पर उसे सबक सिखाने मार डाला।