एमरजेंसी ब्रेक से 800 मीटर में खड़ी होती थी ट्रेन
पायलटों का कहना है कि जब वे मालगाड़ी में एमरजेंसी ब्रेक लगाते थे, तब 800 मीटर में ट्रेन खड़ी हो जाती थी। अब एमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी कम से कम दो किलोमीटर आगे तक चली जाती है। जिसकी वजह से तमाम कोशिश के बाद भी सिग्नल ओवरशूट के मामले कम नहीं हो रहे हैं।
नए रेक में आ रही दिक्कत
निजी कंपनी और रेलवे के नए वेगन में यह दिक्कत पायलट महसूस कर रहे हैं। रेलवे के नए वेगन बीएमबीएस में यह दिक्कत सामने आ रही है।
क्या है बोगी माउंटेड ब्रेक सिस्टम
भारतीय रेलवे में माल ढुलाई के लिए नया बोगी माउंटेड ब्रेक सिस्टम शुरू किए। जिससे स्टॉक के रख-रखाव और कम वजन को कम किया जा सके। बीएमबीएस में, ब्रेक सिलेंडर स्वचालित दो-चरण ब्रेकिंग वाला सिस्टम है जो ब्रेक बीम के समानांतर घुड़सवार होता है और बेल क्रैंक के माध्यम से बलों को स्थानांतरित करता है। बीएमबीएस को सिंगल पाइप-ट्विन पाइप ग्रेजुएटेड रिलीज एयर ब्रेक ब्रेकिंग के लिए डिजाइन किया गया है।
रेलवे की टीम कर रही जांच
कटनी-जबलपुर में भी इस तरह की घटना प्रकाश में आने के बाद रेलवे ने नए वेगन की जांच करना शुरू किया है। यहां अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम जांच करने में जुटी है।
ढलान में सिग्नल किया पार
रायगढ़ के जामगांव में पायलट ढलान में मालगाड़ी लेकर जा रहा था, एमरजेंसी ब्रेक लगाना शुरू किया, लेकिन जब इसके बाद भी ट्रेन आगे बढ़ते जा रही थी, तब उसने स्टेशन मास्टर को फोन पर बताया कि ट्रेन एमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी बढ़ रही है। यूनियन नेताओं का कहना है कि इससे साफ है कि चालक अपनी ओर से कोशिश कर रहा था। उसकी ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई। इसके बाद भी सिग्नल ओवरशूट हुआ।
चालक कोशिश करता रहा
बिलासपुर के तारबहार के समीप भी चालक कोशिश करता रहा, स्टेशन मास्टर को सूचना दिया और मालगाड़ी सिग्नल ओवरशूट करके निकल गई। पायलटों का कहना है कि इससे साफ है कि चालक प्रयास कर रहा है, लेकिन नए वेगन को दो पाइप की जगह एक पाइप के उपयोग की वजह से ट्रेन जगह पर नहीं रुक रही है।
शीर्ष नेतृत्व से कर रहे हैं पत्रचार
जयशंकर शर्मा, मंडल सचिव, एलारसा, रायपुर मंडल रेलवे ने बताया कि सिग्नल ओवरशूड की वजह क्या है पहले उसकी जांच होनी चाहिए। इसके बाद पायलट पर कार्रवाई। नए बीएमबीएस बोगी में भी किस तरह की दिक्कत है यह जांच का विषय है। इस मामले में कटनी में आरडीएसओ की टीम जांच कर रही है।
ओवरशूट मामले में चल रही है जांच
आर सुदर्शन, सीनियर डीसीएम, रायपुर मंडल ने बताया कि सिग्नल ओवरशूट का मामला जांच में है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उस पर कुछ कहा जा सकता है। ओवरशूट की घटना की अलग-अलग वजह होती है।