11 अप्रैल को लगवाया था पहला डोज
टाउनशिप सेक्टर-6 में रहने वाले रघुनंदन पंडा ने कोविशील्ड वैक्सीन का पहला डोज 11 अप्रैल 2021 को काली बाड़ी, सेक्टर-6 में लगाए। इसके बाद उनको दूसरा डोज 4 जुलाई 2021 को लगवाना था। वैक्सीन की किल्लत की वजह से इंतजार करने में समय बीत रहा था।
दूसरे डोज के लिए किए स्लॉट बुक
उन्होंने 20 जुलाई 2021 को सुबह 9 बजे दूसरे डोज का टीका लगवाने के लिए स्लॉट बुक गए। दुर्ग के महावीर भवन में स्थिति वैक्सीनेशन सेेंटर में उनका स्लॉट बुक हुआ, उन्हें सुबह 11 से दोपहर 1 बजे के मध्ंय टीका लगवाने के लिए पहुंचने का मैसेज था।
गेट पर ही रोक दिए
उन्होंने बताया कि जब वे टीका लगवाने करीब पौने बाहर बजे टीकाकरण केंद्र पहुंचे तो उन्हें गेट पर ही रोक दिए। इस पर उन्होंने बताया कि स्लॉट बुक है और टीका लगवाने के लिए समय दिए हैं। इस पर गेट पर कह दिए कि टीका खत्म हो चुका है। इस पर अन्य लोग भी जो लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, नाराज हो गए।
फोन से किया कलेक्टर से शिकायत
उन्होंने मौके से ही फोन कर कलेक्टर को बताया कि स्लॉट बुक होनेे के बाद भी टीका नहीं लगवा रहे हैं। गेट के बाहर रोक दिए हैं। इसके बाद चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर, दुर्ग डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर से मिलकर शिकायत किए। इसके बाद भी कोई रिस्पांस वहां से नहीं मिला।
बिना दूसरा डोज लगवाए ही आ गया मैसेज
टीका का उन्होंने दूसरा डोज लगवाया ही नहीं। इसके बाद भी दूसरा डोज लगा दिए जाने के संबंध में मैसेज मोबाइल नंबर पर आ गया। अब उनको आशंका है कि उनके स्लॉट का टीका दूसरे किसी व्यक्ति को लगा दिए हैं।
सितंबर में हुआ था संक्रमित
पीडि़त ने बताया कि सितंबर 2020 में कोरोना संक्रमित हो जाने की वजह से 17 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहा। अब तीसरी लहर आने को है, जिसको लेकर तैयारी की जा रही है। ऐसे में अगर उनका दूसरा डोज किसी अन्य व्यक्ति को लगा दिया जाता है, तो इससे नुकसान है।
कैसे लगेगा दूसरा टीका
पीडि़त व्यक्ति का सवाल है कि आखिर अब उनको दूसरा डोज कैसे लगेगा। जिन लोगों की वजह से वे गेट के भीतर जा न सके। वे इसके लिए जवाबदार नहीं है क्या। जिसने स्लॉट बुक करवाया और टीका लगवाने मौके तक गया, उसकी क्या गलती है।
मिली है शिकायत
जिला टीकाकरण अधिकारी, दुर्ग, दिव्या श्रीवास्तव ने बताया कि आज ही इस मामले में शिकायत मिली है। सबसे पहले जिनको स्लॉट मिला था, उनकी टीका से संबंधित दिक्कत दूर की जाएगी। इसके बाद जांच कर इस तरह की शिकायत फिर न मिले। यह तय किया जाएगा।