पुलिस ने लक्ष्मी को बुधवार दोपहर 3 बजे रजिस्ट्री कार्यालय से हिरासत में रखा था। रातभर हिरासत में रखने के बाद पुलिस ने परिजन को सूचना दी और सुबह लगभग 10 बजे गिरफ्तारीे की औपचारिकता पूरी की। पुलिस का कहना है कि 11 बजे तक दस्तावेज तैयार करने के बाद थाना में मौजूद लक्ष्मी के दोस्तों को जानकारी दी गई कि वे एक अधिवक्ता कर लें। दोपहर 12 बजे उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। न्यायालय ले जाने की बात सुनकर लक्ष्मी ने दोस्तों से बात की और उन्हें वकील के पास रवाना कर अभिरक्षा ड्यूटी करने वाले आरक्षक से बाथरुम जाने की अनुमति मांगी। पांच मिनट के अंतराल में वह बाथरुम से निकलकर लहूलुहान हालत में टीआई के कक्ष के सामने गिर गया। पुलिस वालों की नजर पड़ते ही उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। गले व हाथ में लगभग जगहों पर कटने का निशान है। घटना के बाद जिला अस्पताल का केजुअल्टी छावनी में तब्दील हो गया। भिलाईनगर सीएसपी समेत आधा दर्जन टीआई व दो दर्जन महिला व पुरुष पुलिस जवान तैनात थे।
लक्ष्मी के खिलाफ मोहन नगर पुलिस ने 2018 कर्जा एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया था। इस मामले में न तो पुलिस आरोपी को गिरफ्तार किया था न ही न्यायालय में चालान पेश। इस प्रकरण की जांच सब इंस्पेक्टर एनके भदौरिया कर रहे हंै। दरअसल सब इंस्पेक्टर को सूचना मिली थी कि लक्ष्मी प्रसाद तहसील कार्यालय के पीछे रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचा है। इस सूचना के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि मामले में स्मृतिनगर निवासी राहुल जावड़े ने शिकायत की है कि व्यापार करने 10 लाख कर्ज लिया है। रुपए मांगने पर वह उसे धमकी दे रहा है। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज किया था।
जिला अस्पताल पहुंचे लक्ष्मी के बड़े भाई संतोष सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया। सीएसपी विवेक शुक्ला के समक्ष शिकायत की विवेचना अधिकारी से बतौर रिश्वत लाखों की डिमांड की थी। रुपए नहीं दिए जाने पर उसे रिरफ्तार किया गया। वह लगातार रुपए के लिए दबाव बना रहा था। दबाव में आने की वजह से उसके भाई ने यह कदम उठाया है। संतोष का यह भी कहना था कि दर्ज अपराध में 2019 में दोनों पक्षों ने आपस में सुलह कर लिया है।
किसी भी व्यक्ति को अभिरक्षा में लेने से पहले संत्री उस व्यक्ति की तलाशी लेता है। गले में पहने माला, अंगूठी, कड़े आदि को उतरवा दिया जाता है। अच्छे से तलाशी लेने के बाद उसे अभिरक्षा में रखा जाता है। पुलिस का दावा है कि तलाशी में कुछ नहीं मिला था। बड़ा सवाल यह है कि अभिरक्षा के दौरान लक्ष्मी के पास से ब्लेड नुमा औजार कहा से आया?