कार्यकाल एक साल पहले ही समाप्त हो गया गौरतलब है कि कांग्रेस में ज्यादा से ज्यादा पार्षदों को नेतृत्व का अवसर देने की रणनीति के तहत नगर निगम में एक साल के लिए नेता प्रतिपक्ष व सचेतक चुनने का प्रावधान है। @Patrika. इसी के तहत दो साल पहले अब्दुल गनी की जगह लिखन साहू को नेता प्रतिपक्ष व राजकुमार वर्मा को सचेतक और सुरेन्द्र राजपूत को कोषाध्यक्ष बनाया गया था। पार्षदों के मुताबिक इनका कार्यकाल एक साल पहले ही समाप्त हो गया है।
दुकान के आवंटन पर मंतव्य के बाद गतिरोध
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के आधे पार्षद नेता प्रतिपक्ष लिखन साहू द्वारा बजट बैठक में दुकानों के आवंटन को लेकर दिए गए मंतव्य को लेकर नाराज है। @Patrika. बजट बैठक में साहू ने सत्तापक्ष के प्रस्ताव का समर्थन कर दिया था, जबकि शेष पार्षद इसका विरोध कर रहे थे।
इन्होंने की नई नियुक्त की मांग
नेता प्रतिपक्ष की नई नियुक्ति की मांग को लेकर पार्षदों ने शहर अध्यक्ष आरएन वर्मा को पत्र लिखा है। जिसमें पार्षद प्रकाश गीते, सुरेन्द्र सिंह राजपूत, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेश शर्मा, भास्कर कुंडले, कन्या ढीमर, भोला महोबिया, विभा नायक, विजयंत पटेल के नाम व हस्ताक्षर है। @Patrika. पार्षदों ने बजट बैठक से पहले ही यह पत्र शहर अध्यक्ष को सौंप दिया था।
चुनाव कराया जाएगा शहर विधायक अरुण वोरा ने कहा कि नए नेता प्रतिपक्ष के चुनाव किया जाना है। इस संबंध में उचित निर्णय किया जाएगा। पार्षदों की सहमति से ही नए नेता प्रतिपक्ष का चुनाव कराया जाएगा।