इस पेंशन योजना का लाभ 55,000 से भी अधिक पात्र रिटायर्ड कार्मिकों को मिल सकेगा। शुरूआती चरण में 31 मार्च 2016 तक पात्र सेवानिवृत्ति कार्मिकों के लिए पेंशन लागू किया जाएगा। सेल की अनुमोदित पेंशन योजना के मुताबिक सेल के वे सभी कार्यपालक कार्मिक जो कंपनी में 1 जनवरी 2007 से या उसके बाद से सेवारत हैं और इसके साथ ही वे सभी गैर-कार्यपालक कार्मिक जो कंपनी में 1 जनवरी 2012 से या उसके बाद से सेवारत हैं, इस पेंशन योजना से लाभान्वित होंगे।
सेल पेंशन ट्रस्ट की पहली बैठक नई दिल्ली में हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि मार्च 2016 तक रिटायर हुए कर्मियों को अभी इस स्कीम में शामिल किया जाएगा। इन सभी रिटायर कर्मियों का नाम पर्सनल नंबर व एंयुटी राशि मई 2019 तक पेंशन पोर्टल में आ जाएगा। उसके अनुसार कर्मचारी पेंशन स्कीम में शामिल होने के लिए 25 मई तक आवेदन कर सकते हैं।
प्रबंधन प्रारंभिक तौर पर करीब 500 करोड़ इस पेंशन स्कीम में देगी वहीं कर्मियों का जो एसईएसबीएफ में अंशदान कट रहा है। उसका पैसा भी इस फंड में जाएगा। अगर प्रबंधन के द्वारा दिया जाने वाला अंशदान व कर्मियों के द्वारा एसईएसबीएफ में कटवाए हुए अंशदान का योग 2 लाख से ऊपर होगा तो उन्हें कंपलसरी इस स्कीम का सदस्य बनना होगा, जो कर्मी अभी तक सेवानिवृत्ति हो चुके हैं, व एसईएसबीएफ का जमा पैसा निकाल चुके हैं और कंपनी का कंट्रीब्यूशन 200000 से कम उनके खाते में आता है तो वे कर्मी 200000 रुपए के लिए बचा हुआ पैसा या उससे ऊपर एसईएसबीएफ के कंट्रीब्यूशन का पूरा पैसा अपनी स्वेच्छा से जमा कर इस स्कीम के मेंबर बन सकते हैं। चाहें तो वे कंपनी के कंट्रीब्यूशन जो 200000 से यदि कम होगा उसे लेकर स्कीम से अलग हो सकते हैं।
सेफी के चेयरमैन एनके बंछोर ने बताया कि ओए व सेफी के लंबे संघर्षों के बाद ही इस मुकाम तक पहुंचे हैं। मीटिंग में सर्वसम्मति से एमसी जैन को सेल पेंशन ट्रस्ट का चेयरमेन व गौतम भाटिया को सचिव नियुक्त किया गया। ट्रस्ट के वित्तीय प्रबंधन व निवेश तथा समीक्षा के लिए चार सदस्यों में से किसी एक का साथ होना अनिवार्य है। यह चार सदस्य बीपी नायक, एके सिन्हा, राजेन्द्र प्रसाद सिंघा व एनके बंछोर हैं।
सीटू के महासचिव डीवीएस रेड्डी ने बताया कि 2015-16 तक सेवानिवृत्ति हुए कामगारों के मामलों को पहले निपटाया जाएगा। स्कीम के लिए कार्मिकों को ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। प्रबंधन को मांगी गए सारी जानकारी आधार कार्ड पैन कार्ड सहित बाकी रिकॉर्ड को उपलब्ध करवाना होगा। जांच के बाद आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा। इस स्कीम से जुड़ते हुए स्वेच्छा से पेंशन प्लान को खरीद सकेंगे
2016 मार्च के बाद से घाटे के साल में कर्मियों को प्रबंधन के द्वारा दिए जाने वाले अंशदान को घटाकर अधिकारियों के लिए 3 फीसदी व कर्मचारियों के लिए 2 फीसदी की बात कही थी। जिस पर यूनियन ने सिरे से मना कर दिया था। इस पर आज यह कहा गया कि कर्मियों के मिलने वाले 6 फीसदी अंशदान को घाटे के साल में घटाने या ना घटाने के संदर्भ में विस्तृत बातचीत एनजीसीएस की बैठक में होगी।
सेल निगमित कार्यालय में मंगलवार को एक बैठक हुई। जिसमें संगठन के प्रतिनिधि व सेल प्रबंधन के नामित न्यासधारियों (ट्रस्टीज) ने न्यास दस्तावेज (ट्रस्ट डीड) पर हस्ताक्षर किए, जिसके बाद औपचारिक रूप से सेल पेंशन ट्रस्ट ने आकार लिया। सेल पेंशन ट्रस्ट के चेयरमैन एमसी जैन, सचिव गौतम भाटिया, बीएसपी से ईडी बीपी नायक, जीएम लॉ एके सिंह, सेफी के चेयरमैन एनके बंछोर, महासचिव बीके बीसी, इंटक से एसके बघेल, एटक से डी आदिनारायण, एचएमएस से राजेंद्र प्रसाद सिंघा, सीटू से केके सान्याल, बीएमएस से आरए मोहंती मौजूद थे।
सीटू के नेता काली सान्याल ने बताया कि इस पेंशन स्कीम में कर्मी अपनी स्वेच्छा से पेंशन प्लान देने वाले पांच कंपनियों में से अपनी मर्जी से प्लान ले सकेंगे। कंपनियों में एसबीआई लाइफ, एचडीएफसी, एलआईसी, टाटा शामिल हैं। कंपनियों के अपने अपने पेंशन प्लान है व प्रति लाख रुपए के ऊपर उनके द्वारा दिए जाने वाला पेंशन भी अलग अलग है। कर्मी उन प्लान का अध्ययन कर मर्जी से जो भी प्लान चाहे चुन सकते है।
पेंशन योजना को लागू करने के लिए प्रथम चरण में सेल 475 करोड़ ट्रस्ट को रिलीज करेगा। जिससे 37,000 पूर्व कार्मिक जिनकी सेवानिवृत्ति 31 मार्च 2016 तक हुई, वे प्रथम चरण में पेंशन का लाभ उठा सकेंगे। सेफी चेयरमैन ने कहा कि 12 साल तक इंतजार करने के बाद यह दिन आया है।