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इस्पात मंत्री जी देेखिए यह क्या हो रहा है

locationभिलाईPublished: Feb 21, 2022 08:03:49 pm

Submitted by:

Nirmal Sahu

भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने सेक्टरों के अस्पतालों को बंद कर बना दिया दफ्तर। मुख्य अस्पताल सेक्टर-9 में बढ़ रहा दबाव। लग रही लंबी लाइन। सेवानिवृत्त बुजुर्ग कर्मचारियों को हो रही सबसे परेशानी।

इस्पात मंत्री जी देेखिए यह क्या हो रहा है

इस्पात मंत्री जी देेखिए यह क्या हो रहा है

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने टाउनशिप के विभिन्न सेक्टरों में स्थित अपने हेल्थ सेंटर को बंद कर दिया है। अब किसी को अस्पताल से विभागीय दफ्तर बना दिया है तो कहीं अस्पताल भवन से अब यूनियन अपनी श्रमिक राजनीति संचालित कर रही हैं। इसके कारण संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 में कर्मचारियों एवं उनके परिवार का दबाव एकदम से बढ़ गया है। नतीजतन कर्मियों को इलाज कराने में परेशानी हो रही है। उन्हें अपनी पारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इतना ही नहीं लोग चार-पांच घंटे ही पहले कतार में लग जाते हैं।
टाउनशिप में सेक्टर-9 अस्पताल के अलावा तकरीबन हर सेक्टर में एक प्रमुख हेल्थ सेंटर हुआ करता था। वहां बुजुर्ग कर्मचारी और सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए सेक्टर के निवासी जाते थे किंतु प्रबंधन की स्वास्थ्य पॉलिसी में खामियों के चलते धीरे-धीरे डॉक्टरों की कमी होती गई और प्रबंधन ने इसे आउटसोर्स या किसी अन्य संस्था के साथ एमओयू द्वारा संचालित करने के बजाए बंद करने की दिशा में काम किया। खुर्सीपार से लेकर सेक्टर-10 तक के स्वास्थ्य केंद्रों में अब इलाज नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा कर्मचारियों और उनके परिजन सहित सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
सेक्टर-5 अस्पताल बना ऑफिस
सेक्टर-9 के बाद एक अन्य प्रमुख अस्पताल सेक्टर-5 था जो कि टाउनशिप के लगभग केंद्र में स्थित था। यहां सेक्टर-4 और सेक्टर-5 में निवास करने वाले कर्मचारी और भूतपूर्व कर्मचारी और उनके परिजन इलाज कराने आया करते थे। अस्पातल को बंद कर उसे अब फाइनल सेटलमेंट सेक्शन और पेंशन संबंधी कार्यों के लिए उपयोग किया जाने लगा है। इससे पूर्व यह ऑफिस टी जेड सेक्शन में संचालित होता था।
सेक्टर-3 हेल्थ सेंटर में यूनियन कार्यालय
संयंत्र के बोरिया गेट के समीप स्थित सेक्टर-3 हेल्थ सेंटर को वर्ष 2015 में बंद कर दिया गया। यह हेल्थ सेंटर संयंत्र के सबसे नजदीक होने के कारण दवा रिपीट कराने कर्मचारी बड़ी संख्या में यहां आया करते थे। डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की कमी के चलते इसे बंद कर दिया गया। अब यहां भिलाई इस्पात संयंत्र की मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक का ऑफिस संचालित है।
बंद हुआ सेक्टर-10 हेल्थ सेंटर
सेक्टर-10 स्थित हेल्थ सेंटर को भी स्टाफ की कमी के चलते बंद कर दिया गया। इस हॉस्पिटल को लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व कोविड-19 के आइसोलेशन सेंटर के रूप में डेवलप किया गया था किंतु कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान भी डॉक्टर्स की कमी और ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था नहीं होने से इसका उपयोग नहीं किया गया ।
पटरीपार भी हालात बदतर
भिलाई इस्पात संयंत्र के सबसे पुराने सेक्टर खुर्सीपार में भी हेल्थ सेंटर को बंद कर दिया गया है। यह हेल्थ सेंटर पटरीपार रहने वाले बीएसपी कर्मचारियों और बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुविधा का केंद्र था। वर्तमान में इसकी बिल्डिंग को भी जर्जर होने के कारण गिरा दिया गया है। अब पटरीपार के बुजुर्ग और कर्मचारियों को बीएसपी की इलाज सुविधा के लिए सेक्टर-9 अस्पताल तक जाना पड़ रहा है।
सेक्टर-9 अस्पताल पर बढ़ा दबाव
भिलाई वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा है कि हेल्थ सेंटर और सहायक अस्पताल बंद होने से वर्तमान और सेवानिवृत्त कर्मचारियों और उनके परिजन को इलाज के लिए सेक्टर-9 अस्पताल पर निर्भर रहना पड़ रहा है। हालात यह है कि जनरल ओपीडी में समय से 2 घंटे पूर्व ही लाइन लग जाती है। दवाई रिपीट कराने आने वाले सेवानिवृत्त बुजुर्ग कर्मचारी टिफिन डिब्बा लेकर इंतजार करते देखे जाते हैं।
हेल्थ सेंटर को करें आउटसोर्स
भिलाई वर्कर्स यूनियन के महासचिव खूबचंद वर्मा का कहना है कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों का ख्याल रखते हुए उनके लिए सेक्टर-9 अस्पताल में लाइन लगा इलाज कराना किसी प्रताडऩा से कम नहीं है। हेल्थ सेंटर्स को आउटसोर्स के माध्यम से संचालित करने को दिशा में प्रबंधन को काम करना चाहिए।

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