ग्राम दूधली में गुरुवार को जिला स्तरीय प्रवेश उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री प्रेमसाय थे। (MLA Sangeeta sinha) अध्यक्षता विधायक संगीता सिन्हा ने की। (Collector renu sahu) कार्यक्रम में संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने दैनिक समाचार पत्र पत्रिका में 4 जुलाई के अंक में छपी खबर (देखिए शिक्षा मंत्री जी जिले के स्कूलों का हाल, आखिर कब तक जान जोखिम में रखकर जर्जर स्कूल में भविष्य गढ़ेंगे बच्चे) की ओर शिक्षा मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया। (Balod collector) उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए मंच से ही अत्यंत जर्जर स्कूल भवन को तोड़कर नया बनाने की घोषणा की। इस दौरान स्कूल किसी अन्य निजी भवन में लगाने की वैकल्पिक व्यवस्था करने कहा। इनमें जिले के बोरीद, लोंडी व पीपरछेड़ी स्कूल सहित अन्य स्कूल शामिल है। मंत्री ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को भी बहुत जल्द पूरा करने का भरोसा दिलाया है।
शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार में स्कूलों में शिक्षको की कमी थी। इसके बाद भी भर्ती पर रोक लगा दी थी। अब कांग्रेस की भूपेश सरकार शिक्षकों की कमी को दूर कर रही है। 23 साल बाद रेगुलर शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। प्रदेश में लगभग 15 हजार नए शिक्षकों की भर्ती होगी।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा जीवन का एक अभिन्न अंग है। सरकार शिक्षा के लिए हर तरह की सहयोग कर रही है बस हमें पढ़ाई कर और अच्छे विषय का चयन कर काम करना है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा के लिए सरकार हर तरह की सहयोग करेगी। सरकार की सोच है कि गांव से लेकर शहर तक के हर बच्चे स्कूल जाए। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
बालोद. जिला मुख्यालय का सबसे व्यस्तम मार्ग बालोद-राजनांदगांव मार्ग पाररास रेलवे फाटक के पास ओवरब्रिज बनाने की मांग सालों से की जा रही हैं। अब तक ब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया। रेलवे फाटक बंद होने से गुरुवार को शिक्षा मंत्री का काफिला भी जाम में फंस गया। मंत्री सहित कलक्टर रानू साहू 10 मिनट तक इस जाम में फंसे रहे। आज ग्राम दुधली में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में शामिल होने प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जा रहे थे। तभी पाररास रेलवे फाटक बंद होने और ट्रैफिक जाम की वजह से मंत्री को भी 10 मिनट इतंज़ार करना पड़ा। 10 मिनट बाद जब पैसेंजर ट्रेन गुजरी तब गेट खुला और काफिला आगे निकला।
कार्यक्रम को विधायक संगीता सिन्हा, कुंवर सिंह निषाद, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय चन्द्राकर ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर मंत्री ने स्कूल परिसर में लक्ष्मीतरू का पौधा रोपकर जिले के नागरिकों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के पश्चात उसकी सुरक्षा भी जरूरी है। मंत्री एवं कल्कटर ने छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तकें और गणवेश वितरण किया। सरस्वती सायकल योजना के अंतर्गत कक्षा नवमीं की तीन छात्राओं को नि:शुल्क सायकल प्रदान की गई।
मंत्री बनने के बाद पहली बार बालोद जिला पहुंचे प्रेमसाय ने जिलेवासियों को शिक्षा कई सौगात दी है।
0-गुजरा स्कूल में अतिरिक्त कमरा निर्माण।
0-जिले के प्रत्येक ब्लाक में एक -एक स्कूल को मॉडल बनाया जाएगा।
0-हर विकासखण्ड के एक स्कूल में अंग्रेजी प्रयोग शाला का निर्माण होगा।
0-दूधली स्कूल परिसर में आहाता निर्माण।
0-जिले के जर्जर स्कूल ग्राम बोरिद, लोंडी, पीपरछेड़ी सहित अन्य जर्जर स्कूलों की जगह नए भवन बनाने की घोषणा।
इस जिला स्तरीय प्रवेश उत्सव में जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से अतिथियों को पौधे भेंटकर स्वागत और सम्मान किया गया। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा यह सम्मान देने का अच्छा तरीका है। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार इस तरह का सम्मान मिला। आज पर्यावरण प्रदूषण बढ़ गया है, पेड़ो की संख्या कम हो रही है। हम सबको पौधे रोपण कर पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर के स्कूलों में इको क्लब का गठन कर पौधरोपण किया जाएगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को भी पौधेरोपण में सहभागिता निभाने का आग्रह किया।