महिला कांस्टेबल आरती कुंजाम हत्याकांड का पूरा खुलासा राजनांदगांव पुलिस ने शनिवार को किया। इस मामले में प्रेसवार्ता में एएसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि महिला आरक्षक, एसडीओपी योगेश साहू की रीडर आरती कुंजाम की हत्या 20 अगस्त कि आधी रात को ही अंबागढ़ चौकी थाने के सब इंस्पेक्टर डीपी नापित के द्वारा कर दी गई थी। हत्या का मूल कारण दोनों के बीच अवैध प्रे्रम संबंध था।
मिली जानकारी के अनुसार एसआई नामित ने आरक्षक की हत्या अंबागढ़ चौकी के आउटर एनीकट के करीब की थी। सब इंस्पेक्टर ने पहले आरती की गला दबाकर हत्या की। उसके बाद कुल्हाड़ी से हाथ और पैर काटकर नदी में फेंक दिया। इशके बाद भी मन नहीं भरा तो उसके सिर को भी काटकर बहती नदी में फेंक दिया।
प्रेम संबंध और ब्लैकमेलिंग के इस खौफनाक वारदात में एसआई ने अपनी कार का उपयोग किया था। कार से ही पुलिस ने धारदार हथियार बरामद कर लिया है। सब इंस्पेक्टर ने कुल्हाड़ी से हाथ पैर सिर अलग कर डोंगरगांव के बगदई अंबागढ़ चौकी के शिवनाथ नदी में शरीर के अंग और लाश ठिकाने लगा दिया था।
नदी में तैरते हुए लाश को पुलिस ने लावारिस समझकर दफना दिया था। जैसे ही आरती के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस का शव आरक्षक का होने का संदेह हुआ। उसी आधार पर पुलिस ले फिर से कब्र खुदवाया। पिता ने बताया कि उनकी बेटी के हाथ और पैर में रॉड लगा हुआ था। जांच में रॉड मिलने के बाद ही पुष्टि हुई की नग्न, सिर कटी लाश उनकी बेटी आरक्षक आरती कुंजाम की है।